गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के अंतिम सीमा उड़ीसा के समीप बसे ग्राम गोना पहुंच पुलिस अधीक्षक अमित राम कम्बले ने नक्सली गतिविधियों में शामिल युवती प्रमिला जो नक्सली संगठन से जुड़कर गरियाबन्द धमतरी व उडिसा के विभिन्न जिले में वारदात कर रही है उसे पुनः समाज के मुख्य धारा से जोड़ने हेतु उनके गांव जो गरियाबंद से लगभग सौ किलोमीटर की दूर घर नक्सली क्षेत्र में पहुंचे उनके परिवार को जीवन उपयोगी सामग्री भेंट करते हुए उन्हें समझाइए दी कि प्रमिला को समाज की मुख्य धारा से जोड़े और सामान्य जन जीवन हेतु प्रेरित करें उसे आत्मसमर्पण करने हेतु प्रमिला तक यह संदेश पहुंचाने की बात कही पुलिस अधीक्षक ने कहा कि निश्चित रूप से आगामी समय में उनके समझाइए इसका असर होगा।
बढ़ते नक्सली घटनाओं को देखते हुए शासन द्वारा नक्सलियों के आत्म समर्पण नीति को कारगर बनाने के लिए इन दिनों पुलिस अधीक्षक अमित राम कम्बले घनघोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी पहुंचने से नहीं डर रहे हैं वे वहां पहुंच नक्सली परिवारों से भेंट कर उनके भटके हुए युवक यूतियों को पुनः समाज के मुख्य धारा में जोड़ने हेतु प्रेरित करने में जुटे हुए हैं इसी कड़ी में बीते कल गरियाबंद उड़ीसा सीमा पर बसे गांव गौना पहुंचकर एक परिवार जिसकी पुत्री नक्सली संगठन में शामिल हो कर गरियाबंद धमतरी के साथ ही उड़ीसा सीमा में नक्सली संगठन में शामिल होकर असामाजिक गतिविधियों के द्वारा समाज में विध्वंस फैला रही है उन्हें समझाइए देते हुए सामान्य जनजीवन की वस्तुएं भेंट करते हुए समझाया कि उनकी पुत्री प्रमिला को आत्मसमर्पण करने की बात कही जिससे वह समाज के मुख्य धारा से जुड़कर साधारण जिंदगी जी सके इस अवसर पर उन्होंने आत्मसमर्पण से मिलने वाले समस्त लाभ उन्हें शासन के द्वारा मिलने का आश्वासन भी दिया साथ ही उन्हें शासकीय नौकरी भी देने की बात कही।