अंबिकापुर: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मंगलवार को अम्बिकापुर पहुंचे जहां उन्होंने जिला चिकित्सालय के मातृ-शिशु स्वास्थ्य भवन का निरीक्षण किया, साथ ही मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। इस दौरान अम्बिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, कलेक्टर विलास भोस्कर, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ रमणेश मूर्ति, सीएमएचओ डॉ आरएन गुप्ता, पार्षद आलोक दुबे सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने मातृ शिशु स्वास्थ्य भवन के प्रसव विंग, एसएनसीयू, गायनिक वार्ड सहित विभिन्न वार्डों का निअंबिकापुर रीक्षण किया और महिलाओं से सीधे बात कर चिकित्सालय में मिल रही विभिन्न सुविधाओं पर भी फीडबैक लिया। उन्होंने चिकित्सकीय सुविधाओं पर संतोष जताते हुए कहा कि चिकित्सकीय टीम इसी तरह बेहतर काम करते हुए महिलाओं और बच्चों के इलाज में संवेदनशीलता बरते, जिससे लोगों का विश्वास बना रहे।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्व में किए गए निरीक्षण के पश्चात आज की स्थिति में प्रगति देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों तक बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने अस्पताल प्रबंधन और कॉलेज प्रबंधन द्वारा की गई मांगों को भी समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल की अध्यक्षता में राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें नवनिर्मित चिकित्सा महाविद्यालय के शेष कार्यों हेतु बजट राशि 109.92 करोड़ राशि के एजेंडा पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अनुपूरक बजट में उक्त अतिरिक्त राशि को लेकर पूरा करने की योजना है जिससे शेष कार्यों को शीघ्र पूरा किया जा सके। लंबे समय से लंबित एमआरआई मशीन की स्वीकृति पर उन्होंने कहा कि एमआरआई मशीन हेतु 10.24 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है। जल्द एमआरआई मशीन स्थापित कर ली जायेगी।

एमसीआई मापदंड के अनुसार नवीन चिकित्सकीय सृजन पदों सहित विभिन्न बिंदुओं पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास सरगुजा को चिकित्सा हब बनाने का है। इसके लिए आवश्यकता अनुरूप कॉलेज में प्राध्यापकों की नियुक्ति, चिकित्सकों की पदस्थापना, आवश्यक केमिकल्स और रीजेंट्स की उपलब्धता, समय पर पदोन्नति सभी बिंदुओं पर प्रभावी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर और चिकित्सालय परिसर में अनिवार्य रूप से पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने जिला, अस्पताल एवं कॉलेज प्रबंधन को निर्देशित किया।

बैठक में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए मेडिकल कॉलेज डीन ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल स्थापना हेतु 20 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। जिसपर स्वास्थ्य मंत्री ने कलेक्टर श्री भोस्कर से इस पर जरूरी कार्यवाही की चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सालय में इलाज कराने आए लोगों की सुविधा हेतु मंगल भवन के बगल में शेड निर्माण, बिलासपुर रोड से मेडिकल कॉलेज तक सीधा पहुंच मार्ग, परिसर में स्वच्छता, एमआरआई मशीन के संचालन हेतु डीएमएफ से टेक्नीशियन की नियुक्ति आदि के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में एम्बुलेंस की मांग को भी पूरा किया जा रहा है। साथ ही जल्द ही लगभग 10 चिकित्सकों की पदस्थापना जिले में की जायेगी। इसके साथ ही पूरे संभाग में बड़ी संख्या में चिकित्सकों की पदस्थापना होगी।

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