रायपुर/अंबिकापुर।छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में तीन साल पहले एक महिला डाक्टर के द्वारा आत्महत्या के मामले में डाक्टर के पति ने पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है। उसने इसकी शिकायत डीजीपी से भी किया था और जिस पुलिस के सब इंस्पेक्टर पर आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप लगाया है उसके घर में पिछले दिनों अंबिकापुर में आयकर विभाग ने छापा मार कार्यवाही की थी। इसके बाद यह अफसर चर्चा में आया और तब पता चला कि यह पूर्व खाद्य मंत्री का बेहद करीबी था।
आप को बता दें कि नौ अगस्त 2020 को बरियों स्थित प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में पोस्टेड डाक्टर खुशबु सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद उसके पति पुनीत सिंह ने डीजीपी को आवेदन देकर शिकायत किया था कि खुशबू के साथ पुलिस इंस्पेक्टर का अवैध संबंध था। एक बार उसका तबादला हुआ तो उसने तबादला रुकवाने के लिए एक अन्य से सम्पर्क किया और मेरी पत्नी को उसके साथ भी संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। ऐसा नहीं करने पर उसका अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी, इसके बाद उसका ट्रांसफर वहां नहीं हुआ। वहीं दोनों उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे उसने बताया कि इसकी जानकारी मुझे तब हुआ ज़ब सीआईडी में किसी ने शिकायत किया था और ज़ब उस शिकायत पर मुझे बयान के लिए बुलाया गया तब उसकी मौत की वजह का पता चला।
उस शिकायत में यह भी लिखा था कि तब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के द्वारा भी मेरी पत्नी को धमकी दी गई थी और कहा गया था कि वीडियो वायरल करा दूंगा और नौकरी से निकलवा दूंगा। खुशबु के पति के शिकायत में यह भी लिखा है कि मेरी पत्नी के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल निकालने से भी उसका पता चल सकता है। इतना ही नहीं रुपेश नारंग की पत्नी को भी अवैध संबंध के बारे में जानकारी थी। घटना से कुछ दिन पहले नारंग की पत्नी मेरी पत्नी के पास गई थी। इतना ही नहीं मेरी पत्नी के माता पिता भी पुरी बात जानते थे, लेकिन नारंग से डरकर वे मेरे खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। आम जनताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है रूपेश नारंग कांग्रेस सरकार में खुल कर पद का दुरुपयोग किया है ऐसे पुलिस इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये। ऐसे इंस्पेक्टर व उसके सहयोगी समाज में रहने के लायक नहीं है, कई साक्ष्य मिले हैं। कांग्रेस सरकार में जांच को दबा दिया गया था, भाजपा सरकार में और कई खुलासे होंगे।