नई दिल्ली। यूएस स्टेट कोलोराडो बेस्ड राडिया एनर्जी स्टार्टअप अपने एक खास आइडिया पर काम कर रहा है। यह विमानन इतिहास में सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट बनाने को लेकर है।इस कड़ी में WindRunner एयरप्लेन खास तरीके से काम कर रहा है। इस एयरप्लेन का मिशन विशाल 300 फुट लंबे ब्लेड्स को सीधा फार्म तक पहुंचाना है।
डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों को करेगा पूरा
यह एयरप्लेन दुनिया कोअपने डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। यह टिकाऊ विमानन ईंधन का इस्तेमाल करेगा। इतना ही नहीं, एयरक्राफ्ट को उतरने के लिए केवल एक साधारण पैक्ड-डर्ट या बजरी रनवे की जरूरत होगी।
6,000 फीट जितनी छोटी पट्टियों पर उतर सकेगा एयरक्राफ्ट
इस एयरक्राफ्ट को क्षेत्रीय केंद्रों से संचालित किया जाएगा। यह एयरक्राफ्ट जरूरत वाली जगहों पर इस्तेमाल होगा।
एयरक्राफ्ट को लेकर सामने आई जानकारी के मुताबिक यह 6,000 फीट (1,800 मीटर) जितनी छोटी हवाई पट्टियों पर उतर सकता है। जो कि अपने आप में भी एक बड़ी बात होगी, क्योंकि किसी भी दूसरे बड़े कमर्शियल एयरक्राफ्ट के लिए संभव नहीं है।
WindRunner एयरप्लेन के पास 272,000 क्यूबिक फीट का कार्गो बे वॉल्यूम होगा, जो तीन ओलंपिक स्विमिंग पूल रखने के लिए काफी है। यह बोइंग 747-400 के आयतन का 12 गुना है और – 356 फीट लंबाई के साथ, यह 127 फीट लंबा भी है। जहां तक पंखों के फैलाव की बात है यह 261 फीट है।
Antonov An-225 से भी विशाल है एयरक्राफ्ट
Antonov An-225 जो कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की शुरुआत में नष्ट हो गया था, अब तक का सबसे भारी एयरक्राफ्ट माना जाती है। WindRunner एयरप्लेन के सामने Antonov An-225 भी छोटा लगता है।
एनर्जी स्टार्टअप राडिया का कहना है कि नए एयरक्राफ्ट का पैमाना अभूतपूर्व हो सकता है, लेकिन इंजीनियरिंग नहीं है। इस एयरक्राफ्ट को पुरानी टेक्नोलॉजी के साथ सुरक्षा पर ध्यान देते हुए तैयार किया जा रहा है।
एयरक्राफ्ट के लिए सही विमानन सामग्री, घटकों और निर्माण तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिन्हें एफएए [यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन] की मंजूरी है। जो पहले से ही बड़े पैमाने पर उत्पादन में हैं और सबसे कम जोखिम वाले हैं।