सुरजपुर: विश्व एड्स दिवस पर उमा.वि.संस्कार महाविद्यालय लटोरी के सभाकक्ष में राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनर तले विश्व एड्स दिवस के अवसर पर व्याख्यानमाल एवं विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें एड्स-एचआईवी, टीबी और एड्स का सम्बंध, प्रजनन पथ संक्रमण, यौन जनीत बिमारी आदि विषयों पर गहन चर्चा किया गया । और विषय विशेषज्ञों सम्बंधित विषयों पर द्वारा प्रकाश डाला गया प्रश्नोत्तरी के माध्यम से भी छात्रों को जागरूक किया गया । एड्स के सम्बंधित सपथ भी दिलाया गया । राष्ट्रीय सेवा योजना से प्रत्येक युवाओं को जुड़ना चाहिए । व्यक्तित्व विकास के लिए बहुत अच्छी पहल है ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज नारायण द्विवेदी समाजसेवी ने अपने सम्बोधन में कहा कि एड्स की बिमारी के चार प्रमुख कारणों है । जिसमें असुरक्षित यौन सम्बंध, दुषित खुन, इंजेक्शन, और गर्भवती माता से बच्चें को । इन चारों कारणों से व्यक्ति सावधान रहे तो एड्स की विमारी से बच सकता है यानी जानकारी और सावधानी ही बचाव है। यौन जनीत बिमारी और प्रजनन पथ संक्रमण से बचने के लिए व्यक्ति को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए इसे बोल चाल के भाषा में गर्मी, सुजाक, आदि भी कहते हैं। इन बिमारियों का समय पर इलाज नहीं करने से एड्स होने की सम्भावना बढ़ जाती है । एड्स बिमारी में व्यक्ति के बिमारियों से लड़ने की क्षमता नष्ट होने लगती है जिस कारण व्यक्ति को अनेक दूसरी बिमारी लग जाती है जो ठीक नहीं होती। एड्स रोगी को टीबी की बिमारी होने का ज्यादा सम्भावना रहती है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जागेश्वर सिंह ने कहा कि किसी भी बिमारी का पहला तथ्य जागरूकता है । व्यक्ति और समाज जागरूक है तो हर समस्या का समाधान निकल जाऐगा । कार्यक्रम प्रभारी भागीरथी पातर ने कहा कि व्यक्ति की स्वच्छता पर व्यक्ति का स्वास्थ्य निर्भर करता है । पोषण से व्यक्ति में शारिरिक क्षमता विकसित होती है । नशा से दुर रहकर स्वास्थ्य समाज का निर्माण कर सकतें है । राम नरेश ने कहा कि स्वास्थ्य समाज के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है । युवा राष्ट्र के भविष्य है । और राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं के चरित्र निर्माण पर विशेष बल देती है । अनिता विश्वकर्मा ने आभार व्यक्त किया । प्रभा राजवाड़े बिन्दु सूर्यवंशी श्रवण सिंह,भागीरथी पातर, समीर विश्वास ने भी अपना विचार व्यक्त किया ।