![Screenshot_2024-06-05-17-15-08-67_12fc3a774dc5a76f9d973d40e48436f8](https://i0.wp.com/www.cgmp.co.in/wp-content/uploads/2024/06/Screenshot_2024-06-05-17-15-08-67_12fc3a774dc5a76f9d973d40e48436f8.jpg?resize=696%2C451&ssl=1)
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई। लगातार 10 साल तक पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने वाली भाजपा को पांच राज्यों में बड़ा झटका लगा है। इन पांच राज्यों में भाजपा ने 59 लोकसभा सीटें गंवाई हैं। अगर भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन बरकरार रखती तो बहुमत के आंकड़े के पार होती है। आइए एक नजर डालते हैं उन राज्यों पर जहां भाजपा को लगा सबसे बड़ा झटका।
2014 और 2019 में भाजपा की प्रचंड जीत में उत्तर प्रदेश की सबसे अहम भूमिका रही। 2019 में भाजपा ने 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मगर इस बार पार्टी सिर्फ 33 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। पार्टी को यहां 29 सीटों का नुकसान हुआ है। सपा को 32 और कांग्रेस को पांच सीटों का फायदा हुआ है।
उत्तर प्रदेश के बाद भाजपा को सबसे बड़ा झटका महाराष्ट्र में लगा है। यहां भाजपा गठबंधन भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाया है। 2019 में भाजपा ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा सिर्फ नौ सीटों पर ही जीती है। पार्टी को कुल 14 सीटों का नुकसान हुआ है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) को पांच-पांच सीटों का फायदा हुआ। कांग्रेस 13 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई। 2019 में सबसे अधिक 18 सीटों पर कब्जा किया था। मगर इस बार ममता बनर्जी की टीएमसी ने पांसा पलट दिया। भाजपा को यहां छह सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। वहीं टीएमसी को सात सीटों का फायदा हुआ। कांग्रेस को एक सीट बहरामपुर का नुकसान हुआ है। यहां से अधीर रंजन चौधरी चुनाव हार गए हैं।