नई दिल्ली: सब-लेफ्टिनेंट अनामिका बी. राजीव ने नौसेना की पहली महिला हेलीकॉप्टर पायलट बनकर इतिहास रचा है। उन्होंने नौसेना की हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में शुक्रवार को स्नातक की उपाधि प्राप्त की। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पहले कमीशन प्राप्त नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जामयांग त्सेवांग ने भी हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
अरक्कोणम, तमिलनाडु में आईएनएस रजाली पर पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा, पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर ने बेसिक हेलिकॉप्टर कन्वर्जन कोर्स (बीएचसीसी) के तीन अधिकारियों सहित 21 अधिकारियों को ‘गोल्डन विंग्स’ से सम्मानित किया।बेसिक कन्वर्जन कोर्स (बीसीसी) के तीन अधिकारियों ने पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा किया। नौसेना के एयर स्क्वॉड्रन में 22 सप्ताह तक प्रशिक्षण के बाद इन पायलटों को डिग्री मिली है। फ्लाइंग में ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पाने वाले प्रशिक्षु पायलट के लिए एफओसीइनसी, पूर्वी नौसेना कमान रोलिंग ट्रॉफी से लेफ्टिनेंट गुरकीरत राजपूत को सम्मानित किया गया। सब लेफ्टिनेंट कुंटे मेमोरियल बुक पुरस्कार लेफ्टिनेंट नितिन शरण चतुर्वेदी को दिया गया।
समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान के लिए केरल गवर्नर रोलिंग ट्रॉफी से लेफ्टिनेंट दीपक गुप्ता को सम्मानित किया गया। पांच दशकों से अधिक समय में हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल ने भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के साथ-साथ मित्र देशों के 849 पायलटों को प्रशिक्षित किया है।
पायलटों को नौसेना की फ्रंट-लाइन में नियुक्त किया जाएगा
हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल आईएनएस राजली, अरक्कोणम में है। पायलटों को नौसेना की विभिन्न फ्रंट-लाइन परिचालन इकाइयों में नियुक्त किया जाएगा, जहां वे टोही, निगरानी, खोज और बचाव और समुद्री डकैती रोधी जैसे विविध मिशनों पर काम करेंगे। बीएचसीसी के जिन अधिकारियों ने पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा किया है, उन्हें हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल में दूसरे चरण का प्रशिक्षण लेना होगा।