बलरामपुर: प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से कई ग्रामीणों की जिंदगी बदल रही है। अब हर व्यक्ति का पक्के आवास का सपना साकार हो रहा है ऐसे ही अपने पक्के आवास का सपना देखा था विकासखण्ड बलरामपुर की ग्राम पंचायत पस्ता की रहने वाली कलेसरी ने। कलेसरी बताती हैं वो अपने पुराने मिट्टी के घर में रहती थी। आपको बताते दें कि कलेसरी एक विधवा महिला हैं, कलेसरी के पति की मृत्यु पूर्व में हो चुकी थी ऐसे स्थिति में पक्का आवास की कल्पना कर पाना मुश्किल था। परन्तु इस कल्पना को साकार किया प्रधानमंत्री आवास योजना ने। कलेसरी बताती हैं कि उन्हें वर्ष 2019-20 में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है। इस योजना के तहत 01 लाख 30 हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई। फलस्वरूप आज कलेसरी को अपना पक्का आवास मिल चुका है, कलेसरी अपने पुराने दिनों को याद कर भावुक हो जाती है कि मेरे पति ने पक्के घर में रहने का सपना देखा था काश उनके रहते मेरा सपना पूरा होता वो आज हमारे बीच नहीं है फिर भी कलेसरी अपने हौसले से अपना जीवन जी रही है। वे कहती हैं कि पक्के आवास के लिए हमेशा शासन की आभारी रहेगी।
ऐसे ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के हजारों ग्रामीणों के पक्के मकान में रहने के सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना ने सच कर दिखाया है। वे कहती है उनको उज्जवला योजना का लाभ भी मिला है पहले वह चूल्हे से खाना बनाया करती थी जिससे समय और स्वास्थ्य दोनों ही खराब रहता था लेकिन अब गैस के माध्यम से खाना बनाने में समय की बचत होती है और अन्य कार्यों को भी समय से पूरा कर लेती है।
कलेसरी को भी मिल रहा है महतारी वंदन योजना का लाभ
महतारी वंदन योजना अंतर्गत योजना का लाभ का महिलाओं में खासा उत्साह परिलक्षित होता है। योजना के प्रति महिलाओं ने अपनी खुशी जाहिर की है योजना का लाभ ले रहीं कलेसरी कहती है कि मेरे खाते में प्रतिमाह 1000 रुपए आता है। जिससे घर की छोटी-छोटी जरूरत को पूरा कर लेती हूं। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार, परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत पात्र महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से प्रदान की जा रही है।