नई दिल्ली/हाथरस: नेता विपक्ष राहुल गांधी आज यहां हाथरस में आए हैं। वह शहर के विभव नगर में पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात कर रहे हैं। पूरे इलाके को पुलिस ने छावनी बना दिया है।हाथरस की सिकंद्राराऊ में इस हादसे में 123 लोगों की मौत हुई थी और डेढ़ सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान यह हादसा हुआ था।


छोटी बेटी ने मेरी बड़ी बेटी की गोद में आखिरी सांस ली
पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने कहा कि मैं तो गया नहीं था। मेरी पत्नी और दो बेटियां वहां सत्संग में गई थीं। मेरी छोटी बेटी ने मेरी बड़ी बेटी की गोद में आखिरी सांस ली, क्योंकि वे दोनों भीड़ में फंस गईं। वह (राहुल गांधी) आ रहे हैं, जो पूछेंगे हम बता देंगे। कई लोग घर आए और हमें सहानुभूति दी। मेरी बेटी छोटी भीड़ में दब गई थी।

बड़ी बेटी उसे निकाल रही थी। थोड़ी देर बाद निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी। मेरी बड़ी बेटी के हाथों में मेरी छोटी बेटी ने दम तोड़ दिया। घर पर मेरे बहुत सारे लोग मिलने आए। सब तस्सली दे गए। बड़ी बेटी मेरी जब से हादसा हुआ है। वह बहहवास है। बार बार बेहोश हो जा रही है।इससे पहले राहुल गांधी अलीगढ़ केपिलखना गांव में मंजू देवी के घर पहुंचे। हाथरस हादसे में मंजू देवी और उनके बेटे की मौत हुई थी।


राहुल ने परिवार से हादसे की जानकारी ली। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राहुल से मुलाकात के बाद मंजू देवी की बेटी ने बताया, ‘राहुल सर ने कहा कि पार्टी के लोग आपकी मदद करेंगे। बिल्कुल टेंशन न लो, हम हैं। उन्होंने कहा कि अब वो हमारे परिवार के सदस्य हैं।’

परिवार ने बताया कि सत्संग में कोई इंतजाम नहीं था, इस वजह से वहां भगदड़ मची। राहुल ने पिलखना गांव में ही दो और परिवार शांति देवी और प्रेमवती के घर भी पहुंचे।

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