बलरामपुर।छत्तीसगढ़ बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने आकाशीय बिजली और सर्पदंश से बचने के लिए उपाय बताते हुए कहा कि माह जून में बारिश प्रारंभ होते ही बिजली गिरने से ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार मौते होती है। आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक आपदा है। जानकारी व सतर्कता से इससे बचाव किया जा सकता है। इसलिए सतर्क रहे, जागरूक रहें और खुद का बचाव करें।
01. खेत में काम करने के दौरान।
02. पेड़ के नीचे पनाह लेने के दौरा।
03. तालाब में नहाते समय।
इन उपायों के जरिए आकाशीय बिजली से बचा जा सकता है जब आप घर के भीतर हो तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें।
01. मोबाईल, तार वाले टेलीफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए।
02. खिड़की व दरवाजे बंद कर दें, बरामदे और छत से दूर रहें।
03. ऐसी वस्तुएं जो बिजली के सुचालक है उनसे भी दूर रहें।
03. धाजु सक अनक पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहें।
04. जब आप घर के बाहर हों तो तब भी आपको इन चीजों से दूर रहना चाहिए।
05. वृक्ष बिजली को आकर्षित करते है। अतः बिजली चमकते समय वृक्ष के नीचे न खड़े हो।
06. किसी मकान में आश्रय लेने से बेहतर है, सफर के दौरान अपने वाहन में ही रहें।
07. मजबूत छत वाले वाहन में रहें, खुली छत वाले वाहन की सवारी न करें।
08. बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तओं का उपयोग न करें।
09. बाइक, बिजली या टेलीफोन के खंभे, तार की बाड़ और मशीन आदि से दूर रहें।
10.तालाब और जलाशयों से दूर रहें यदि आप पानी के भीतर है, अथवा किसी नाव में है तो तुरंत बाहर आ जाएं।
गाज गिरने पर क्या करें?
बिजली का झटका लगने पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति को सीपीआर, काडियो, पल्मोनरी रेसिटेंशन यानि कृत्रित सास देनी चाहिए। तत्काल प्राथमिक चिकित्सा देने की व्यवस्था करनी चाहिए।
30-30 का अपनाएं फॉर्मूला?
अमेरिकी स्वास्थ्य संस्था CDC के मुताबिक ऐसे में मौसम में 30-30 का नियम अपनाना चाहिए। जैसे ही बिजली कड़कने या दिखने लगे तुरंत 30 तक की गिनती करते हुए किसी छोटी इमारत के अंदर छिप जाएं। अपने सारे कामों का 30 मिनट के लिए रोक दें और इस दौरान 30 मिनट तक के लिए किसी भी गैजेट या इलेक्ट्रॉनिक वस्तु का इस्तेमाल न करें।
सर्पदंश से बचने के उपाय?
बारिश का समय शुरू हो गया है, इस दौरान बारिश शुरू होते ही पानी भर जाने से सांप, बिच्छू व अन्य कीड़े-मकौड़े बाहर निकलते है और घरो में घुसते है। जिससे सांप, बिच्छू काटने की संभावनाएं बनी रहती है। जिसमें निम्न सावधानियां बरतनी चाहिए। सांप का काटना एक ऐसी दुर्घटना है अगर इसका तुरंत इलाज नही किया जाए तो उससे जान भी जा सकती है। सांप काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान की जाए और उसका तुरंत उपचार किया जाए। आज हम आपको बताएंगे कि यदि किसी को सांप काट ले तो क्या काम तुरंत करने चाहिए और किन गलतियों का करने से बचना चाहिए। जहरीले सांप के काटने पर बॉडी में कई तरह के लक्षण पैदा हो सकते है जैसे काटने वाली जगह पर दर्द और सूजन, ऐठन, मतली, उल्टी, अकड़न या कपकपी, एलर्जी, पलको का गिरना, घाव के चारो ओर सूजन, जलन, लाल होना, त्वचा के रंग में बदलाव, दस्त, बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, जी मिचलाना, मांसपेशियों की कमजोरी, प्यास लगना, लो, बीपी, घाव से खून बहना, बहुत पसीना आना और अंगों के आसपास के हिस्से का सुन्न पड़ना शामिल है।
सांप के काटने पर तुरंत करे यह काम ?
01. सापं के काटने पर तबियत बिगड़ने का इंतजार नहीं करे बल्कि इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए मरीज को अस्पताल लेजाए।
02. जिस जगह सांप ने काटा है उस स्थान को बिल्कुल नही हिलांए।
03. ब्लीडिंग होने पर खून को बहने दें। अत्यधिक खून रोकने के लिए बीटाडीन का इस्तेमाल कर सकते है।
04. पीड़ित व्यक्ति को शांत रखें और जितना संभव हो व्यक्ति को स्थिर रखें।
05. घाव को ढीली और साफ पट्टी से कवर करें।
06. सांप के काटने के समय का ध्यान रखें।
सांप से बचने का उपाय?
01. सांप काटने पर तत्काल उस हिस्से के उपर को कपड़े से अच्छी तरह बांध दे। ताकि जहर न फैले।
02. जमीन पर न सोए व मच्छरदानी लगाकर सोए।
03. घर के आसपास सफाई रखें, झाड़-झरमुट न रहने दे।
04. सांप के काटने पर झाड़-फूंक न करावे नही जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करें।
05. सांप काटने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाए।
06. घर से बाहर जाते समय जूता अवश्य पहने एवं हो तो लॉग बूट पहने।
07. रात्रि के समय टार्च का उपयोग करें।
08. चप्पच-जूते पहनते समय पहले चेक करे कि कही अन्दर सांप तो नही है।
09.अपने घरो के आसपास कीटनाशन का छिड़काव करें।
10. अपने घर के आसपास डोरी तेल के खली को शाम को जलाये उसके गंध से सांप आसपास नही आते।
11. अपने घर के आसपास के गढ़ड़ो और बिलो को बन्द करके रखे।