रायपुर: शिक्षक दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री और सक्ती जिले की प्रभारी मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य और सांसद लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा कमलेश जांगड़े की अध्यक्षता में आज सक्ती जिले के हटरी धर्मशाला में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह 2024 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले में सेवानिवृत्त शिक्षकों, शत-प्रतिशत वार्षिक परीक्षा परिणाम दिलाने वाले प्राचार्यों तथा जिले में शिक्षा प्रदान करने वाले विभिन्न शिक्षकों को बेहतर कार्य करने के लिए शिक्षादूत पुरुस्कार और ज्ञानदीप पुरुस्कार से मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद कमलेश जांगड़े सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा शाल, श्रीफल और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने और सही राह दिखाने में शिक्षकों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही वे मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही दिशा दिखाते हैं और हमारे ज्ञान को बढ़ाने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जो शिक्षक छात्र-छात्राओं को बेहतर ढंग से आगे बढ़ाने का काम करते है। ऐसे शिक्षकों सम्मानित करने के लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा ज्ञान देंगे तो एक अच्छे समाज का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यार्थी किसी अच्छे मुकाम पर अपने शिक्षक के बदौलत ही पहुँच पाते हैं। इसलिए शिक्षकों का जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी क्रम में सांसद लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता। एक शिक्षक के पढ़ाने के बाद ही कोई विद्यार्थी ही कलेक्टर, एसपी, मंत्री, सांसद, जनप्रतिनिधि, अधिकारी कर्मचारी, बिजनेसमैन सहित अन्य मुकाम पर पहुँचता है। उन्होंने सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य विद्या सिदार, जिला पंचायत सदस्य टिकेश्वर गबेल, जिला शिक्षा अधिकारी एन के चंद्रा, जिला सांख्यिकी अधिकारी शएम राकेश अग्रवाल सहित कृष्ण कांत चंद्रा, रामनरेश यादव, अभिषेक शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिधि, अधिकारी कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, विभिन्न शिक्षक-शिक्षिकाएं, सेवानिवृत्त शिक्षक, मीडिया प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।