अभिषेक सोनी अंबिकापुर/ सीतापुर :- सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के राजमिस्त्री आदिवासी युवक के हत्या के बाद शव को ओवरहेड टैंक के नीचे दफना देने के मामले में 8 बिंदु माँगो के साथ सर्व आदिवासी समाज ने बड़ी संख्या मे विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सीतापुर थाने का घेराव किया। नेशनल हाईवे 43 घंटो तक बाधित रहा। सैंकडो की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।
सैंकड़ो की संख्या में पुलिस बल की तैनाती से सीतापुर छावनी मे तब्दील
मामले की सवेदंनशीलता और भारी विरोध प्रदर्शन के आसार देखते हुए प्रशासन द्वारा सैकडो की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती से पुरा नगर छाँवनी मे तब्दील हो चुका था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल सलिमा लकड़ा ने 20 जुलाई को थाना सीतापुर मे अपने पति दिपेश उर्फ संदीप लकड़ा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और बताया की 7 जून को ठेकेदार प्रत्युश पांडे और उसके साथियों ने दिपेश का अपहरण किया है। जिसके बाद उसका पति दिपेश वापस नही आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू की । नामजद आरोपियों से सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया की दिपेश उर्फ संदीप लकड़ा को चोरी के संदेह पर अपने ऑफिस में लाकर बेदम पिटाई किया जिससे उसकी मौत हो गयी उसके बाद उसे कमलेश्वरपुर में अभिषेक पांडे द्वारा कराये जा रहे नल जल योजना के तहत लगाए जा रहे ओवरहेड टैंक के नीचे जेसीबी से गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया था। और शव को दफन कर पानी टंकी का निर्माण करा दिया था। पानी टंकी को ढहा कर 15 फिट नीचे से मृतक का शव बरामद किया गया।
परिजनों ने शव लेने से किया इंकार
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया । आरोपियों के गिरफ्तारी और 2 करोड़ के मुआवजे के बाद मृतक का शव को लेने की बात कही।प्रशासन के समझाइश के बाद भी अपनी माँगो पर अड़े रहे।शव लेने से इंकार करने पर शव को मुर्दाघर मे रखा गया है।
सर्व आदिवासी समाज द्वारा अपराधियों के गिरफ्तारी ,2 करोड़ मुआवजा राशि और मृतक की पत्नी को शासकीय सेवा सहित ज्ञापन में अन्य मांगे रखी गयी
सर्व आदिवासी समाज ने भारी विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम अनुविभागीय दंडाधिकारी सीतापुर को ज्ञापन सौंपा जिनमे निम्न बिंदुओ पर माँग रखी
- मृतक संदीप लकड़ा के जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभिषेक पाण्डेय, प्रत्युश पाण्डेय, गौरी तिवारी साहित घटना में सम्मिलित सभी आरोपीयों के ऊपर नामजद एफ आईआर दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
- मृतक संदीप लकड़ा के परिजन पत्नी बच्चों बुजुर्ग माता पिता को 2 करोड़ आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
- मृतक संदीप लकड़ा के जघन्य हत्याकांड में विलम्ब लगभग 90 दिन होने के जिम्मेदार एस.पी., एस.डी.ओ.पी., टी.आई को प्रभाव से तत्काल निलंबित कर जाँच कराई जावे। तथा संबंधितो पर एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही की जाये।
- मृतक सदीप लकड़ा के पत्नी सलीमा लकड़ा को शासकीय सेवा दिलाई जावें।
- मुख्य हत्यारोपी अभिषेक पाण्डेय के नीजी खाते से आहरित करोड़ो रुपये का मृतक संदीप लकड़ा के प्रकरण को दबाने प्रभावित करने में उपयोग किया गया है। इसकी जाँच कर संबंधितों के उपर एफ. आई.आर. दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जावे।
- छत्तीसगढ़ प्रदेश का मुखिया एक आदिवासी है और एक आदिवासी युवक का अपहरण कर, जघन्य हत्या करें शातिराना अंदाज में निर्माणाधीन पानी टंकी के बेस के नीचे 15 फीट की गहराई में गाड़ दिया गया और ऊपर पानी टंकी का निर्माण कर दिया गया। इस अमानवीय जघन्य हत्या कांड के उक्त मुख्य आरोपी सहित शामिल सभी लोगों को सजा-ए-मौत की सजा दी जाए।
- पूर्व के विवेचक अधिकारी रामचन्द्र राय को सह अभियुक्त बनाया जाये।
- मुख्य आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करते हुए उसके मकान पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया जाए।
4 घंटे के बाद आश्वासन मिलने पर प्रदर्शन हुआ समाप्त
पुलिस प्रशासन के 3 दिन के भीतर फरार आरोपियों के गिरफ्तारी के आश्वाशन और प्रशासन द्वारा लिखित आश्वाशन के बाद 4 घंटे तक सीतापुर थाना का घेराव और एन.एच जाम कर प्रदर्शन करने के पश्चचात सर्व आदिवासी समाज ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया।
पुलिस द्वारा सहयोग ना करने का आरोप, लापरवाही पर उप निरीक्षक और आरक्षक को रेंज आई.जी. ने किया निलंबित
सर्व आदिवासी समाज और परिवार जानों ने आरोपियों की गिरफ्तारी ना करने ,तत्परता ना दिखाने और आरोपियों का सहयोग कर उन्हे बचाने और पीड़ित परिवार को गुमहराह करने का आरोप लगाते हुए अपनी व्यथा जाहिर की । इधर भारी विरोध प्रदर्शन के बीच रेंज आई. जी ने उप निरीक्षक आर. सी. राय और आरक्षक रूपेश महंत को लीपापोती करने और अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करने के आरोप में निलंबित कर दिया है।