नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य देखभाल में सुधार के लिए अगले 10 वर्षों में देशभर में 75,000 मेडिकल सीटें बढ़ाने की योजना बना रही है। गांधीनगर के अडालज में जनसहायक ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पताल हीरामणि ‘हीरामणि आरोग्यधाम’ का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के आम नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी ने सबसे पहले स्वच्छता अभियान शुरू किया। फिर उन्होंने लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने और प्रत्येक घर में शौचालय बनाने पर ध्यान दिया। फिर उन्होंने योग को लोकप्रिय बनाया और पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की।’
उन्होंने कहा, ‘प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाने के साथ-साथ देशभर में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने पर ध्यान दिया गया। अब हमने अगले 10 वर्षों में 75 हजार और मेडिकल सीटें बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। नागरिकों कम दाम पर दवाएं मिल सके इसके लिए जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। मोदी सरकार ने 140 करोड़ नागरिकों के लाभ के लिए 37 विभिन्न योजनाएं शुरू और क्रियान्वित की हैं।’ इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि जिसका कोई नहीं है उसके नरेन्द्र भाई हैं।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि गुजरात ने सहकारिता क्षेत्र में देश को एक नई दिशा दी है। शाह ने गांधीनगर महात्मा मंदिर में अहमदाबाद डिस्टि्रक्ट कोऑपरेटिव एडीसी बैंक की स्थापना के शताब्दी समारोह में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहकारिता के चमत्कार से वाकिफ थे, इसलिए उन्होंने दिल्ली आते ही अलग सहकारिता मंत्रालय बनाकर इस क्षेत्र में प्राण फूंक दिए। इससे पहले देश की सहकारी संस्थाएं कहीं राज्य सरकारों पर आश्रित थीं तो कहीं बंद पड़ी थीं।’
उन्होंने कहा कि एडीसी बैंक में बीते छह माह में इसमें छह हजार करोड़ रुपये जमा हुए, 24 लाख खाते खोले गए। अहमदाबाद को देश में सहकारिता का मॉडल जिला बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 से 30 साल बाद जब देश के विकास की समीक्षा होगी तो सहकारिता क्षेत्र के विकास की भी चर्चा होगी।
स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर उन्हें याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि कच्छ के मांडवी में जन्मे श्यामजी ने विदेशी धरती पर रहकर देश की आजादी का आंदोलन चलाया। मौत से पहले अपनी वसीयत मे लिखा, जब भारत आजाद हो जाए, तभी उनकी अस्थियां देश में लेकर जाएं। उल्लेखनीय है कि नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद श्यामजी कृष्ण वर्मा की अस्थियां भारत लाए और मांडवी में उनका स्मारक बनवाया था।