कोरिया: पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देश पर जिला कोरिया में युद्ध स्तर पर साइबर जागरूकता कार्यक्रम संचालित कर नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी देना है। इसी अनुक्रम में 19 अक्टूबर दिन शनिवार को शासकीय नवीन महाविद्यालय सोनहत एवं पंडित ज्वाला प्रसाद उपाध्याय शासकीय महाविद्यालय पटना में कलेक्टर कोरिया श्रीमती चन्दन त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री सूरज सिंह परिहार द्वारा सोनहत एवं पटना के कॉलेज एवं विभिन्न विद्यालयों के अध्यापको और विद्यार्थियों को साइबर जागरूकता के सम्बन्ध में अवगत कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 09 अक्टूबर से लगातार कोरिया पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों, कॉलेजो, बाजार, पूजा पंडालो, रावण दहन, जगराता जैसे स्थानों में साइबर जागरूकता से सम्बंधित कार्यक्रम आयोजित कर लोगो को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। जिससे जिला कोरिया अंतर्गत 10 दिनों के भीतर लगभग 22000 से ज्यादा लोगो को लाभान्वित किया जा चुका है।
उपरोक्त दोनों कार्यक्रमो में उपस्थित अध्यापको एवं विद्यार्थियों को सिम कार्ड फ्रॉड और सिम स्वैपिंग तकनीक के जरिए बैंक खातों से धन चोरी के प्रयासों के बारे में बताया गया है। विद्यार्थियों को सलाह दी गई कि वे केवल कस्टमर केयर के वास्तविक नंबरों का ही उपयोग करें और अज्ञात कॉल्स या मैसेज का जवाब न दें। साथ ही उपस्थित अध्यापको को कहा कि पेरेंट्स मीटिंग के दौरान अभिभावकों को बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने के लिए बताएं और इस कार्यक्रम के माध्यम से साइबर बुलीइंग से बचाने के उपायों के बारे में भी समझाये। इसके अलावा फर्जी फेसबुक आईडी की पहचान कर उन्हें रिपोर्ट करने और साइबर अपराधियों द्वारा व्यक्तिगत जानकारी चुराने या गलत संदेश फैलाने से सावधान रहने की भी सलाह दी गई है। ओटीपी की सुरक्षा पर जोर देते हुए इसे किसी के साथ साझा न करने और अनचाही लिंक पर क्लिक करने से बचने को भी कहा गया है ।
कार्यक्रमो में रिमोट एक्सेस ऐप्स, जैसे AnyDesk और TeamViewer, डाउनलोड न करने की सलाह दी गई, ताकि साइबर अपराधियों से फोन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। लॉटरी या किसी लालच में न पड़ने की हिदायत भी दी गई है। ठगी का शिकार होने पर साइबर पुलिस से तुरंत संपर्क करने, शिकायत दर्ज कराने और प्रमाण रखने का सुझाव भी दिया गया है।
इसके अतिरिक्त यह भी समझाया कि अपने एटीएम कार्ड की सुरक्षा सुनिश्चित करें और इसका उपयोग केवल स्वयं या अत्यंत विश्वसनीय व्यक्ति से ही कराएं। मोबाइल नंबर बदलने पर तुरंत बैंक को सूचित करें ताकि खाते की जानकारी सुरक्षित रहे। ऑनलाइन ठगी या खाते से धन गायब होने पर तुरंत पुलिस और साइबर क्राइम शाखा को सूचित करें। किसी भी अश्लील या अपमानजनक संदेश का स्क्रीनशॉट लेकर पुलिस को रिपोर्ट करें। अपने कंप्यूटर और मोबाइल में एंटी-वायरस, एंटी-स्पाइवेयर और साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। ऑनलाइन पोस्ट की गई जानकारी को हटाना मुश्किल होता है, इसलिए सोशल मीडिया में पोस्ट करते समय सावधानी जरूर बरतें। केवल विश्वसनीय स्रोतों से मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और अपने मोबाइल को पासवर्ड, पैटर्न लॉक या फिंगरप्रिंट लॉक से सुरक्षित रखें। उक्त कार्यक्रम में किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना अकाउंट विवरण, एटीएम कार्ड नंबर, पिन, सीवीवी, या ओटीपी नंबर कभी न बताने को भी कहा गया है। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को फोन, ईमेल, एसएमएस, फेसबुक या व्हाट्सएप पर न दें। अपने खाते का पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें और न ही उसे मोबाइल या कंप्यूटर पर सेव करें। यह भी बताया गया कि 13 साल से कम उम्र के बच्चों को फेसबुक, इंस्टाग्राम, और स्नैपचैट जैसी साइट्स पर अनुमति नहीं है, इस नियम का उल्लंघन करने में उनका समर्थन न करें। बच्चों को ऐसे एप्स का उपयोग न करने दें, जो संदेशों को तुरंत हटा देते हैं, जैसे स्नैपचैट। बीमा के बोनस या अधिक रिटर्न देने के झांसे में न आएं। अनजान लोगों को ऑनलाइन फ्रेंड न बनाएं और उनके बुलावे पर मिलने न जाएं। किसी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा न बनें और बिना पहचान के किसी को अपने ग्रुप में न जोड़ें। फेसबुक, इंस्टाग्राम, या किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपनी निजी जानकारी जैसे घर का पता, फोन नंबर, जन्मतिथि, या लोकेशन साझा न करें। प्ले स्टोर पर उपलब्ध सभी एप्स पर बिना सोचे-समझे भरोसा न करें और अपने मोबाइल फोन में निजी जानकारियों को सुरक्षित न रखें।
सोनहत क्षेत्र के कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय प्रधान, मुख्य न्यायाधीश प्रथम श्रेणी राजेश खलखो, उप पुलिस अधीक्षक राजेश साहू, तहसीलदार उमेश कुशवाहा,थाना प्रभारी सोनहत हेमंत अग्रवाल, वहीं पटना क्षेत्र के कार्यक्रम में एसडीओपी बैकुंठपुर कविता ठाकुर एवं थाना प्रभारी पटना विनोद पासवान के अतिरिक्त सोनहत एवं पटना के शासकीय महाविद्यालयों के प्रभारी प्राचार्य, क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण, विद्यालयों/महाविद्यालयों के अध्यापकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।