बलरामपुर: कलेक्टर रिमिजियुस एक्का के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ रेना जमील के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ के अंतर्गत गठित महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा दीपावली के अवसर पर रंग-बिरंगे मिट्टी के दियों का निर्माण और विक्रय किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य न केवल स्थानीय महिलाओं को आजीविका प्रदान करना है बल्कि परंपरागत हस्तकला को बढ़ावा देना भी है। विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत सरनाडीह क्लस्टर अंतर्गत गठित ज्योति महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संयुक्त जिला कार्यालय भवन में दीपों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाया गया। इस दौरान स्थानीय नागरिकों और कर्मचारियों ने मिट्टी के दियों को खरीदकर उनका उत्साहवर्धन किया और उनकी कला की प्रसंशा की। समूह की इस मेहनत का परिणाम यह रहा कि एक ही दिन में कुल 200 पैकेटों की बिक्री कर 20,000 रुपये की आय प्राप्त हुई। ज्योति महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए गए इन दीपों की विशेषता उनकी आकर्षक रंग-बिरंगी सजावट है, जो पारंपरिक शैली और आधुनिक डिजाइनों का अद्भुत संगम है। समूह की सदस्याओं ने दीपावली की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार के दीयों का निर्माण किया है, जिन्हें लोगों ने दीपावली के सजावट के लिए प्राथमिकता से खरीदा।
कलेक्टर श्री एक्का ने भी इस पहल की प्रशंसा की और बलरामपुर के नागरिकों से स्थानीय उत्पादों को समर्थन देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और भविष्य में ऐस प्रयासों को और बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील ने समूह की महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि ‘‘बिहान’’ मिशन के माध्यम से इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक सशक्तिकरण में सहायता मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के प्रयासों से न केवल समूहों की आय में वृद्धि होती है, बल्कि पर्यावरण-अनुकूल सामग्री से बने उत्पादों के उपयोग को भी प्रोत्साहन मिलता है।