कांकेर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कांकेर जिले में वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला के साथ थाने में मारपीट का मामला सामने आया है। लंबे समय से भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने वाले कमल शुक्ला अवैध गैस भंडारण की शिकायत लेकर थाने पहुंचे थे। उनके मोहल्ले में अवैध गैस सिलेंडरों का भंडारण किया जा रहा था, जो आज सुबह आग लगने की घटना में शामिल था। कमल शुक्ला ने यह मामला पुलिस के संज्ञान में लाने का प्रयास किया, परंतु थाने में उनकी सुनवाई की बजाय, वहां मौजूद कांस्टेबल विजय सलाम ने उनके साथ मारपीट की।
इस घटना से न केवल क्षेत्र में सनसनी फैल गई है, बल्कि पत्रकारों की सुरक्षा और प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कमल शुक्ला हमेशा से ही अवैध गतिविधियों के विरुद्ध आवाज उठाते रहे हैं, और इस प्रकार की घटनाएं उन पर दबाव बनाने का प्रयास प्रतीत होती हैं। इस दौरान थाना प्रभारी से संपर्क साधने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
इस घटना ने छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक ढुलमुल रवैये पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कांग्रेस शासन के दौरान गुंडागर्दी का सिलसिला प्रदेश में जारी था, और अब भी गृहमंत्री पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भारी पड़ती नजर आ रही है। जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है, और पत्रकारों के दमन की ये घटनाएं एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं।