रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के रायपुर केंद्रीय जेल में इसी महीने से रेडियो स्टेशन संचालित होने लगेगा। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों से कराने की तैयारी जेल मुख्यालय कर रहा है। दरअसल जेल बंदियों के मनोरंजन और तनाव को दूर कर उनमें सकरात्मक बदलाव के लिए जेल प्रशासन ने रेडियो स्टेशन खोलने की पूरी तैयारी कर ली है।

उमंग-तरंग के नाम से शुरू किए जाने वाले वाले इस रेडियो स्टेशन के लिए कैदियों को माइक, स्पीकर, केबल और समाचार पत्र उपलब्ध कराया जाएगा। सुबह करीब 10 बजे से दोपहर दो बजे और शाम को चार से आठ बजे तक इसका संचालन करने की योजना बनाई गई है।

रेडियो की शुरूआत सुबह सबसे पहले मशहूर फिल्म दो आंखें बारह हाथ के गीत, ‘ऐ मालिक तेरे बंदे हम’ से शुरुआत होगी। इसके बाद देश-दुनिया में होने वाले प्रमुख समाचारों का वाचन और अन्य प्रोग्राम का आयोजन होगा। जल्द ही बंदी अपने साथियों के फरमाइशी गीतों को पेश करते नजर आएगे।

जेल के अधिकारियों ने बताया कि इस रेडियो स्टेशन को तारों के जरिए सभी बैरकों से जोड़ा जाएगा ताकि जेल के भीतर हर कैदी इसे सुन सके। जेल प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रमों की निगरानी की जाए, ताकि आपत्तिजनक भाषा या तनाव उत्पन्न करने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगाई जा सके।

रेडियो की एक और खासियत यह होगी कि कैदी अपनी पसंद के गीतों की फरमाइश भी कर सकेंगे। विभिन्न त्योहारों और आयोजनों के दौरान विशेष कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। इसके लिए जेल के योग्य और प्रशिक्षित कैदियों की एक टीम तैयार की जा रही है, जो अपने हिसाब से कार्यक्रम तैयार करेगी।

यह पहल रायपुर केंद्रीय जेल में की जा रही है, जहां कैदी मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से स्वयं रेडियो स्टेशन का संचालन करेंगे, जो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक सशक्त प्रयास साबित होगा। वर्ष 2021 से जगदलपुर केंद्रीय जेल में रेडियो स्टेशन संचालित होता आ रहा है। इसके बेहतर परिणाम सामने आने पर जेल प्रशासन ने रायपुर में भी इसे खोलने की योजना बनाई और जेल मुख्यालय से स्वीकृति मिलते ही सेटअप तैयार कर लिया गया।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!