दुर्ग: दुर्ग के स्मृति नगर पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षक रामकृष्ण सिंन्हा को ACB ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ACB ने आरक्षक के पास से रिश्वत में लिए गए दस हजार रुपए जब्त कर लिए हैं। जानकारी के मुताबिक प्रधान आरक्षक के खिलाफ दुर्ग के नेहरू नगर इलाके में रहने वाले बी फार्मा के छात्र शिखर प्रजापति ने शिकायत की थी।
छात्र ने बताया था कि कुछ दिन पहले एक विवाद को लेकर उसके खिलाफ शिकायत की गई थी। इस प्रकरण को खत्म करने के एवज में आरक्षक ने उससे बीस हजार रुपए की मांगे थे। जिसके बाद छात्र ने पूरे मामले की शिकायत ACB से की थी। हालांकि इस पूरे मामले एक दूसरा पक्ष भी सामने आया है।जिसके मुताबिक आरक्षक रामकृष्ण ने छात्र से रिश्वत लेने के लिए उसे थाने नहीं बुलाया था। बल्कि दूसरे पक्ष के साथ समझौता कराने लिए बुलाया था। दरअसल, छात्र शिखर प्रजापति और उसके साथी शहरील प्रजापति का स्मृति नगर के ही रहने वाले विवेक कुमार साहू के साथ दीवाली की रात साथ विवाद हो गया था।इस दौरान शिखर और उसके साथी ने विवेक का मोबाइल तोड़ दिया। इसकी शिकायत विवेक ने स्मृति नगर पुलिस चौकी में की थी। इस मामले में पीड़ित विवेक ने बताया कि छात्र होने के चलते आरक्षक ने मामले में कॉम्प्रोमाइज करने की बात कही।
जिस पर दोनों पक्ष राजी हो गए। हालांकि समझौता करने की एवज में विवेक ने मोबाइल तोड़ने आरोपी पक्ष से मोबाइल की कीमत अदा करने को कहा था। दोनों पक्षों के बीच दस हजार रूपए पर बात बनी थी। इन्हीं पैसों के लेन-देन के लिए आरक्षक ने दोनों पक्ष को थाने बुलाया था।लेकिन इससे पहले शिखर ने मामले की सूचना ACB को दे दी। फिलहाल ACB ने आरक्षक रामकृष्ण के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है।