बलरामपुर: जिले में धान खरीदी का कार्य पूर्ण पारदर्शिता के साथ सतत रूप से जारी है। धान उपार्जन केंद्र में धान विक्रय के लिए किसान बिना किसी परेशानी के ऑनलाइन तथा समिति के माध्यम से टोकन कटवाकर निर्धारित तिथि को धान विक्रय के लिए पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन ने धान खरीदी में पारदर्शिता बनाये रखने और गड़बड़ी रोकने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। अधिकारी भी लगातार धान उपार्जन केन्द्रों में जाकर खरीदे जा रहे धान पर नजर रख रहे हैं। विकासखण्ड बलरामपुर के धान उपार्जन केंद्र बरदर में भी धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
बरदर समिति में 820 किसान पंजीकृत हैं, जिनका रकबा 975.93 हेक्टेयर है। समिति में 50 हजार मीट्रिक क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान तिथि तक धान बेचने के लिए समिति में 30 किसानों ने ऑनलाईन एवं ऑफलाईन के माध्यम से टोकन लिया है। समिति में अभी तक 430 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। समिति में धान बेचने आये ग्राम संतोषीनगर के किसान अशोक सरकार ने बताया कि इस वर्ष 01 एकड़ खेत में धान का फसल लगाया था। उन्होंने पिछले सप्ताह धान बेचने के लिए टोकन लिया था। जिसके तहत आज वे अपना 45 बोरी धान बेचने समिति में आये हैं। इसी प्रकार ग्राम संतोषीनगर के ही कृषक विष्णु मण्डल बताया कि इस वर्ष वे 105 बोरी धान बेचने के लिए टोकन कटवाया है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा 31 सौ रुपए की दर से 21 क्विंटल धान की खरीदी होने से किसानों को बड़ा संबल मिला है। साथ ही वे कहते हैं कि उन्हें धान विक्रय करने में कोई परेशानी नहीं हुई। जिला प्रशासन द्वारा उपार्जन केन्द्रों में किसानों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि 3100 सौ रुपये प्रति क्विंटल में धान की खरीदी होने से किसानों को उनके फसल का इनाम मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि शासन द्वारा धान खरीदी के लिए बनाई गई नीति से किसानों का मान बढ़ा है। किसान बिना किसी परेशानी के धान विक्रय कर पा रहे है।