रायपुर: छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज को बीते दिनों मस्जिदों में राजनीति न करने का फरमान जारी करना भारी पड़ रहा है। उन्होंने मस्जिदों को राजनीति का अखाड़ा न बनने देने की बात कही थी, जिसके बाद से उन्हें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और कश्मीर से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। धमकी भरे फोन कॉल और ईमेल में उन्हें “सर कलम” करने की धमकियां दी गई हैं। डॉ. सलीम राज ने इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए रायपुर के आजाद चौक थाने में मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
डॉ. सलीम राज ने बयान दिया कि जैसे वक्फ बोर्ड है, वैसे ही सनातन बोर्ड भी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभल में मुतवल्ली (मस्जिद प्रबंधन) की लापरवाही के कारण हुई हिंसक घटना का हवाला देते हुए कहा कि जुम्मे की नमाज से पहले होने वाली तकरीर (उपदेश) की जानकारी व अनुमति वक्फ बोर्ड को दी जानी चाहिए। वक्फ बोर्ड ने हाल ही में जुम्मे की नमाज से पहले तकरीर पर नियंत्रण लगाने का निर्णय लिया था। इस फैसले के बाद ही उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हुईं। मामले ने तूल पकड़ लिया है, और अब सवाल उठ रहा है कि धार्मिक व सामाजिक सुधार की दिशा में कदम उठाने वाले अधिकारियों को धमकियों से कैसे बचाया जाए। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।