बलरामपुर: खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में 14 नवम्बर 2024 से राज्य सरकार द्वारा किसानों से धान क्रय किया जा रहा है। जिसके लिए जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। खरीदी केन्द्रों में किसानों के लिए छाया, पेयजल, मेडिकल किट की व्यवस्था के साथ-साथ खरीदी करने के लिए काम आने वाले समस्त उपकरणों को दुरूस्त कर रखा गया है। इसके साथ ही समय-समय पर नोडल अधिकारियों द्वारा धान केन्द्रों का जायजा भी लिया जा रहा है। जिससे अभी तक किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई है और वे आसानी से खरीदी केन्द्रों में धान बेच रहे हैं। साथ ही किसानों समय पर धान की राशी का भुगतान भी हो रहा है। जिले में अब तक 367 किसानों ने धान बेचा है साथ ही राज्य सरकार द्वारा 04 करोड़ 21 लाख 89 हजार 400 रूपये का भुगतान भी किया जा चुका है।
जिले के सहकारी समिति तातापानी के खरीदी केन्द्र तातापानी में धान बेचने आये किसान संतुष्ट होकर अपना धान बेच रहे हैं। खरीदी केन्द्र तातापानी में धान बेचने आये ग्राम नवाडीह के कृषक रघुवीर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि आज वह 120 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचने आये हैं। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार किसानों से 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की मान से धान की खरीदी कर रही है, जो किसानों के लिए मुख्यमंत्री श्री साय की ओर से बहुत बड़ी सौगात है। उन्होंने मुख्यमंत्री को समर्थन मूल्य धान खरीदी करने के लिए आभार जताया। आगे वह बताते हैं कि इस बार जिला प्रशासन ने खरीदी केन्द्र में किसानों के लिए व्यवस्थित ढ़ंग से समुचित व्यवस्था की गई है। यहां पर किसानों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। श्री रघुवीर बताते हैं कि धान बेचकर मिलने वाली राषी से वे सरसों, चना, गेहू की फसल लगाएगें और खेती-बाड़ी के साथ-साथ परिवारिक कार्याे में उपयोग करेंगे। इसी प्रकार खरीदी केन्द्र में हमाल का काम करने वाले ग्राम धनगांव के लुइसा केरकेट्टा एवं ग्राम सारंगपुर के अशोक सिंह बताते हैं कि खरीदी केन्द्र में उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है। किसानों द्वारा लाये गये धान को बारदानों में डालकर इलेक्ट्रॉनिक कांटे में तौलकर उसकी सिलाई अच्छी तरह से करते हैं। समिति के ऑपरेटर छोटेलाल गुप्ता ने बताया कि धान खरीदी केन्द्र में कम्प्यूटर सिस्टम, स्कैनर, प्रिंटर, इंटरनेट, विद्युत सभी व्यवस्था दुरूस्त हैं। साथ ही खरीदी केन्द्र में सीसीटीवी भी लगाया गया है। इसके साथ ही धान उपार्जन में आने वाली कठिनाइयों के टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है जिसमें किसान 1800-233-3663 संपर्क कर अपनी समस्या का निदान कर सकते है।