अंबिकापुर: सरगुजा जिले में नाबालिग से जबरन दुष्कर्म और फर्जी दस्तावेजों के जरिये विवाह के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मुख्य आरोपी और च्वाइस सेंटर संचालक को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त लैपटॉप, प्रिंटर, आयरिश थम्ब मशीन, और कैमरा जब्त किया है।
जानकारी के अनुसार 26 अक्टूबर 2024 को प्रार्थिया ने थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी, जो घुटरापारा अंबिकापुर में पढ़ाई कर रही थी, 25 अक्टूबर को स्कूल जाने के बाद से घर वापस नहीं लौटी। इस पर पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की।
17 नवंबर को पुलिस ने नाबालिग बालिका को बरामद किया। उसके बयान में खुलासा हुआ कि ग्राम सिधमा निवासी मिट्ठू राम (32 वर्ष) ने उसे झांसे में लेकर जबरन दुष्कर्म किया और अनुबंध पत्र के जरिए विवाह कर लिया। जांच में पाया गया कि आरोपी ने बालिका के आधार कार्ड में जन्मतिथि बदलकर उसे बालिग दिखाया था।
फर्जी दस्तावेज बनाने वाला च्वाइस सेंटर संचालक गिरफ्तार:
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी मिट्ठू राम ने गांधीनगर स्थित टुनी च्वाइस सेंटर के संचालक उपेंद्र कुमार बुनकर (38 वर्ष) की मदद से बालिका के आधार कार्ड में फर्जी तरीके से जन्मतिथि बदली थी। आरोपी ने 2010 की जन्मतिथि को 2000 में बदलकर नया आधार कार्ड तैयार किया था। पुलिस ने उपेंद्र कुमार बुनकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य उपकरणों का उपयोग कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 87, 64(2)(एम), 55, 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस और पोक्सो एक्ट की धारा 4, 6 के तहत मामले दर्ज किए गए। दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में थाना कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक संपत पोटाई, सहायक उप निरीक्षक देवनारायण यादव, महिला आरक्षक कौशल्या राजवाड़े, और आरक्षक दीनदयाल सिंह ने सक्रिय भूमिका निभाई।