सूरजपुर: कलेक्टर एस जयवर्धन ने जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत अंतर्गत पंचायत एवम ग्रामीण विकास योजनाओं की मासिक समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने पीएम आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, मनरेगा आदि के अंतर्गत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ, सर्व जनपद सीईओ तथा जिला पंचायत के सभी अधिकारी, अभियंता एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान कलेक्टर जयवर्धन ने केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना प्रधानमंत्री आवास योजना को शत प्रतिशत रूप में लागू करवाने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा की। चर्चा के दौरान श्री जयवर्धन ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्यों, निर्माणाधीन आवासो एवं पूर्ण हुए आवासों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जो आवास समय पर पूर्ण नहीं हुए हैं उनको समयसीमा में पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को हितग्राहियों का शत प्रतिशत पंजीयन करने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने आवास निर्माण को लेकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जनपदवार किए गए समीक्षा में जहां अपेक्षित उपलब्धि नहीं मिली है वहां शीघ्र लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। पीएम आवास के लक्ष्यों को लेकर उन्होंने आवास मित्रों को पूरी सक्रियता से कार्य करने के लिए कहा ।
बैठक में कलेक्टर श्री जयवर्धन ने मनरेगा अंतर्गत जिले में किए जा रहे निर्माण कार्यों और विगत पूर्ण कार्यों को लेकर समीक्षा की। एवं आवश्यक निर्देश दिए। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की समीक्षा करते हुए उन्होंने इसके अंर्तगत स्वच्छता संबंधी सभी गतिविधियों को बेहतर रूप में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता योजना से जुड़े सभी अधिकारी कर्मचारी को निरंतर प्रयास करना होगा। उन्होंने स्वच्छता के लिए जागरूकता कार्यक्रम को निरंतर लागू करने के लिए कहा ताकि इसका परिणाम बेहतर हो सके । ग्राम के गड्ढों को भरना, कूड़े का सही निपटान, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड निर्माण, सोर्स सेग्रीगेशन, सभी घरों से निकलने वाले वेस्ट का सही निपटान, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालय निर्माण आदि के माध्यम से स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समीक्षा के दौरान उन्होंने व्यापक स्तर पर महिला समूहों को उद्यमिता से जोड़ने और उनके आय में बढ़ोत्तरी करने के उपायों पर चर्चा की। इस योजना के माध्यम से चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों को निचले स्तर तक पहुंचा कर ग्रामीण महिलाओं को आजीविका के रूप में आत्म निर्भर बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने एनआरएलएम से हितग्राही महिलाओं को जोड़ने प्रोडक्ट निर्माण एवं ब्रांडिंग के माध्यम से कार्ययोजना बनाकर बृहद स्तर पर कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने जीवन ज्योति बीमा योजना, मुद्रा लोन योजना, आयुष्मान भारत योजना एवं अटल पेंशन योजना, जल जीवन मिशन, कृषि एवं संबंधित कार्य में व्यय की समीक्षा एवं ग्रामीण विकास की अन्य विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए।