बलरामपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर झींगों से बासेन तक जर्जर सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़क में जगह-जगह बने गड्ढो से आए दिन सड़क  दुर्घटनाएं हो रही हैं।एनएच सड़क 343 अंबिकापुर-रामाजुनगंज नाका से रामाजुनगंज तक 110 किमी 2015 में रिनिवल कराई गई थीं। इसके बाद पेंचवर्क कार्य दो ठेकेदारों के द्वारा निम्नस्तर का कराया गया था। पेंचवर्क सड़क बनते ही उखंडना चालू हो गया था। आज सड़क झींगों से बासेन तक गड्ढों में तब्दील होकर खेत बन चुका है। सड़क मरम्मत कार्य के नाम पर गड्ढों में जंगल से मिट्टी खुदाई कर छिड़काव कर खानापूर्ति की जा रही है। राजपुर के झींगों से अलखडीहा, भेड़ाघाट, बासेन तक सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है। सालों से खस्ताहाल सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। गुडवत्ता ठीक नही होना सड़क के खराब होने के कारण बताया जा रहा है। सड़क पे बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके है आज सड़क की स्थिति ऐसी है की आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।
पस्ता से बलरामपुर तक 22 किमी सड़क 15 करोड़ में बनाई गई
पस्ता से बलरामपुर तक 22 किमी सड़क 15 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई है। वही झींगों से भेड़ाघाट-बासेन तक 58 लाख की लागत से बारिश के बाद बनाई जाएगी। अम्बिकापुर से राजपुर तक 65 लाख रुपए की लागत से 25 अक्टूबर के बाद सड़क बनाई जाएगी। राजपुर-बलरामपुर से रामानुजंगज तक करीब 48 लाख रुपए की लागत से पेंच रिपेयरिंग की जाएगी। वर्तमान जर्जर सड़क पर मेटल डाला जा रहा है।
जानकारों का कहना है आधी राशि कमीशन में तो सड़क कैसी बनेगी 

जानकारों का कहना है कि सड़क के निर्माण में आधा से ज्यादा राशि नेता, अधिकारी व ठेकेदार मिल कर डकार जाते है शिकायतों पर जांच होती है। मामले दर्ज होते हैं लेकिन दोषियों पर कार्रवाई नही होती। सड़कों की हालत सुधारने के लिए गुडवत्ता का ख्याल नही रखा जा रहा है। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। आए दिन हो रही है सड़क दुर्घटनाएं जिम्मेदार विभाग मौत की आंकड़े  गिन रहे है।
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एनएच  343 कई मार्गो को जोड़ता है
एनएच 343 अम्बिकापुर से राजपुर तक कई मार्गो को जोड़ता है। राजपुर ,बलरामपुर, रामानुजगंज, सनावल, वाड़फनगर, झारखण्ड़, बिहार, बनारस, टाटा, रांची, डाल्टेनगंज आदि एवं अम्बिकापुर से राजपुर, शंकरगढ़, कुसमी,जशपुर, जमशेदपुर टाटा, गुमला, रांची, आदि को जोड़ता है। वाहन चालकों को परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है।
अंग्रेज जमाने के पुलिया हुआ क्षतिग्रस्त सरिया दिखाई पड़ रहा
भारत आजाद से पहले अंग्रेज जमाने का बना खोडरो पुल जर्जर हो चुका है पुल के ऊपर गड्ढे होकर सरिया दिखाई पड़ने लगा है। सड़क के दोनों साइड बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके है। वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी पुल, पुलिया से जिले के अधिकारियों-कर्मचारियों व नेताओं का आना जाना होता है उसके बाद भी सुधार नही हो पा रही है।

@ सड़क रिनिवल 2015 में कराई गई थी पस्ता से बलरामपुर तक 22 किमी सड़क 15 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई है। वही झींगों से भेड़ाघाट-बासेन तक 58 लाख की लागत से बारिश के बाद बनाई जाएगी। अम्बिकापुर से राजपुर तक 65 लाख रुपए की लागत से 25 अक्टूबर के बाद सड़क बनाई जाएगी। राजपुर-बलरामपुर से रामानुजंगज तक करीब 48 लाख रुपए की लागत से पेंच रिपेयरिंग की जाएगी। वर्तमान सड़क पर मेंटल डाला जा रहा है।
बीके पटोरिया,कार्यपालन अभियंता- अंबिकापुर सरगुज़ा।

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