अंबिकापुर: संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा संजय कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी डॉ0 संजय गुहे के नेतृत्व में शाला संकुल व्यवस्था के माध्यम से बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार हेतु दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अम्बिकापुर के सभागार में किया गया। कार्यशाला में संकुल व्यवस्था के सुचारू संचालन, शाला संकुल प्राचार्यों को उनकी भूमिका से अवगत करवाए जाने, उन्हें अपने संकुल की शालाओं की जमीनी हकीकत से अवगत कराए जाने, प्राथमिकता एवं सुधार के क्षेत्रों के निर्धारण, आत्म चिंतन एवं समय समय पर किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की व्यवस्थित प्रणाली को विकसित करने आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया।
प्रथम दिवस विकासखण्ड लुण्ड्रा, मैनपाट, उदयपुर एवं सीतापुर के कुल 131 संकुल प्राचार्यों ने भाग लिया। द्वितीय दिवस विकासखण्ड अम्बिकापुर बतौली और लखनपुर के कुल 106 संकुल प्राचार्यों ने भाग लिया। दोनों दिवस प्रथम पाली में उपचारात्मक शिक्षण व्यवस्था हेतु शालाओं में विशेष कोचिंग की व्यवस्था, उनके समय सारिणी का निर्धारण, इन कक्षाओं के नियमित निरीक्षण अवलोकन हेतु निकलर एप्प तथा मिशन एलओसी एप्प पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। द्वितीय पाली में संकुल प्राचार्यों की डायरी तथा संकुल स्तर पर समिति का गठन, दायित्व एवं अधिकार पर समूह चर्चा कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत कराया गया। इससे सभी प्राचार्यों ने सराहते हुए कहा कि इस आयोजन से समझ बढ़ती है और कार्य करने में सरलता होती है।
दो दिवसीय प्रशिक्षण में एल0पी0 गुप्ता, प्राचार्य शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मणिपुरवार्ड, विनोद गुप्ता प्राचार्य, शासकीय हाईस्कूल सकालो तथा अंचल कुमार सिन्हा व्याख्याता सेजेस केशवपुर ने प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम कर संचालन रमेश सिंह सहायक जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा माध्यमिक सरगुजा ने किया। रविशंकर पाण्डेय सहायक परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा माध्यमिक ने प्राचार्यों को आहवाहित करते हुए कहा कि हमें अपने बेसलाइन परीक्षा परिणाम से सबक लेते हुए एण्ड लाइन परिणाम को सुधारना है जिससे बच्चों के कोरोना काल में सीखने में हुए क्षति को कम किया जा सके।