रायपुर: छत्तीसगढ़ के किसान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेत में नांगर-बइला (हल और बैल) देखकर खुद को रोक नहीं पाए। आज किसान को खेत में हल चलाते और धान बुवाई करते देख वे स्वयं खेत में उतर गए। उन्होंने किसान के हाथ से हल का मूठ थामा और खुद हल चलाने लगे। उन्होंने खेत में धान का छिड़काव कर बुवाई भी की।
छत्तीसगढ़ के किसान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल खेत में नांगर-बइला (हल और बैल) देखकर खुद को रोक नहीं पाए। आज किसान को खेत में हल चलाते और धान बुवाई करते देख वे स्वयं खेत में उतर गए। उन्होंने किसान के हाथ से हल का मूठ थामा और खुद हल चलाने लगे। उन्होंने खेत में धान का छिड़काव कर बुवाई भी की।
लोगों से भेंट-मुलाकात के लिए आज मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के पाराडोल पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल कार्यक्रम स्थल से सटे खेत में धान बुवाई होते देख वहां पहुंच गए। उन्होंने खेत में हल चलाकर ‘सोनम’ धान की बुवाई की। यह खेत गांव के कोटवार श्री भागीरथी को कोटवारी जमीन के रुप में मिली हुई है। उनके पिता और दादा ने भी गांव में कोटवारी की थी और वे इस जमीन पर तब से ही खेती करते आ रहे हैं।