बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत गागर नदी के ऊपर बीती रात्रि 27 हाथियों का दल ने दो घंटे तक आवागमन बाधित किया। सड़क के दोनो साइड वाहन की लंम्बी कतारे गई थी। मौके पर फारेस्ट एसडीओ, रेंजर व पुलिसकर्मी पहुंचकर रास्ते क्लियर कराया इसके बाद आवागमन चालू हो पाया।

प्रतापपुर क्षेत्र से 27 हाथियों का दल 15 दिन से पहुंचकर राजपुर वन परिक्षेत्र के चाची, नरसिंहपुर, धंधापुर गांव में विचरण कर बीती रात्रि 8 बजे गागर नदी के एनएच 343 पर दो घंटे तक मस्ती करते रहे सड़क के दोनो साइड वाहनों की लंबी कतारे गई थी सूचना पर फारेस्ट एसडीओ आरएसएल श्रीवास्तव, रेंजर महाजन लाल साहू, पुलिसकर्मी प्रदीप यादव, रिंकू कश्यप आदि पहुंचकर रास्ता क्लीयर कराया इसके बाद आवागमन चालू हुआ। रात्रि 3 बजे 26 हाथियों का दल धौरपुर लुंड्रा बॉर्डर पर पहुंचकर विचरण कर रहा है एक हाथी चाची के सुपकोना जंगल में विचरण कर रहा है। वन विभाग हाथियों से बचाव के लिए ग्रामीणों को टार्च, मशाल, पम्पमलेट, मिर्च पाउडर प्रदान कर लाउडस्पीकर से अनाउंस करा रहे हैं।

हाथी प्रभावित क्षेत्र

चाची, खुखरी, मंदरीडांड़, सुटकोना, दुप्पी, बुढाडाड, मरकाडाड, चौरा, लोधीडाड, चिलमा, नरसिंहपुर, गोपालपुर, करवा, मुरका, दबगड़ी आदि गांवों में हाथियो से दूर रहने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंस करा रहे हैं।

वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू ने कहा कि ग्रामीणों की हाथियों से जो नुकसान हुआ है उन्हें मुआवाज दिया जाएगा। बीती दरम्यानी रात्रि 26
हाथियों के दल को गांव से बाहर निकाला गया है वर्त्तमान में धौरपुर लुंड्रा बॉर्डर पर विचरण कर रहा है एक हाथी चाची के सुपकोना जंगल में विचरण कर रहा है।ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी जा रही हैं।

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