बलरामपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर वनक्षेत्र के अंतर्गत चाची जंगल में 27 हाथियों का दल विवरण कर रहा है। बीती दरम्यानी रात्रि हाथियों ने एक मकान, अहाता तोड़कर, गन्ना फसल को नुकसान पहुंचाया है। मौके पर एसडीओ व रेंजर पहुंचकर जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी।
प्रतापपुर क्षेत्र से 27 हाथियों का दल एक सप्ताह से पहुंचकर राजपुर वन परिक्षेत्र के चाची जंगल में विचरण कर रहा है। बीती दरम्यानी रात्रि श्रीचंद जायसवाल व वीरेंद्र जायसवाल के अहाता व कमला गोड़ के मकान को तोड़कर घर के अंदर रखे धान को चट कर गया वही गन्ना, सरसो फ़सल को नुकसान पहुंचा है। वनकर्मियों ने तत्काल वन मंडलाधिकारी विवेकानंद झा को सूचना देकर दी। मौके पर फारेस्ट एसडीओ आरएसएल श्रीवास्तव, रेंजर रेंजर महाजन लाल साहू वनकर्मियों के साथ पहुंचकर जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी। वन विभाग ने हाथियों से बचाव के लिए ग्रामीणों को टार्च, मशाल, पम्पमलेट, मिर्च पाउडर प्रदान कर लाउडस्पीकर से अनाउंस करा रहे हैं।
हाथी प्रभावित क्षेत्र
चाची, खुखरी, मंदरीडांड़, सुटकोना, दुप्पी, बुढाडाड, मरकाडाड, चौरा, लोधीडाड, चिलमा, नरसिंहपुर, गोपालपुर, करवा, मुरका, दबगड़ी आदि गांवों में हाथियो से दूर रहने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंस करा रहे हैं।
वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू ने कहा कि ग्रामीणों की हाथियों से जो नुकसान हुआ है उन्हें मुआवाज दिया जाएगा। हाथियों को गांव से बाहर निकालने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। दूसरे गांव के ग्रामीणों ने आतिशबाजी कर हाथियों को गांव से बाहर नही निकलने दे रहे है। ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी जा रही हैं।