रायपुर। विधानसभा चुनाव में प्लेसमेंट कर्मचारियों की कथित भूमिका की मुख्य चुनाव आयुक्त व निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की गई है। वहीं इस मामले में निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव कार्य में प्लेसमेंट कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती।

निर्वाचन कार्यालय को भेजी गई चिठ्ठी में एक व्यक्ति ने शिकायत की है कि अलग-अलग विभागों के आइटी क्षेत्र के 20 प्लेसमेंट कर्मियों को चुनाव आयोग के कार्यों में संलिप्त किया गया था। इन्होंने 22 व 23 सितंबर को राजधानी के दीनदयाल आडिटोरियम में आयोजित प्रशिक्षण में भी हिस्सा लिया था।शिकायतकर्ता ने लिखा है कि नियमों के अनुसार चुनाव संबंधी किसी भी कार्य के लिए प्लेसमेंट एजेंसियों के कर्मियों या विभाग में काम कर रहे प्लेटमेंट कर्मचारियों की सेवाएं नहीं ली जा सकतीं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राजधानी दौरे पर प्लेसमेंट कर्मचारियों को ड्यूटी में शामिल नहीं करने की हिदायत दी थी।शिकायत के मुताबिक 22 व 23 सितंबर को दीनदयाल आडिटोरियम में 33 जिलों के प्रतिनिधियों ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया। इसके लिए सभी जिले से जिला सूचना अधिकारी, सहायक प्रोग्रामर सहित विधानसभा स्तर में प्रोग्रामर व डाटा एंट्री आपरेटरों ने हिस्सा लिया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि अभी तक शिकायत की कापी नहीं मिली है। शिकायत के आधार पर जांच कराने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। पहले व दूसरे चरण के चुनाव कार्य में प्लेसमेंट कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई गई थी। इससे पहले प्रशिक्षण आदि कार्यों को लेकर जानकारी मंगाने पर ही स्थिति स्पष्ट होगी।

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