सूरजपुर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सूरजपुर एवं महिला बाल विकास विभाग व षिक्षा विभाग के सहयोग से वर्चुअल मोड पर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया । कार्यक्रम में माननीय हेमन्त सराफ, जिला न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सूरजपुर के मुख्य आतिथ्य में जिला कार्यक्रम अधिकारी सूरजपुर चन्द्रबेस सिंह सिसोदिया, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, सहायक परियोजना अधिकारी रविन्द्र सिंहदेव षिक्षा विभाग एवं महिला संरक्षण अधिकारी इंदिरा चौबे की उपस्थित में संपन्न हुआ।
आज के राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जिला न्यायाधीष हेमंत सराफ ने वर्चुअल मोड पर उपस्थित विभागीय अधिकारीगण एवं जिले के छात्राओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा आज बालिकाओं के अधिकारों एवं संरक्षण हेतु सिर्फ कानून का होना ही पर्याप्त नहीं है हमारे समाज की जो विचारधारा है उसमें बदलाव की आवश्कता है। उन्होने माननीय सुप्रीम कोर्ट की बात को रखते हुए कहा की बेटी भी अपने पिता के संपत्ति पर बराबर की हकदार है। उन्होन आगे कहा जितना अधिकार एवं सम्मान लडकों को दिया जाता है, उतना ही अधिकार एवं सम्मान बालिकाओं को भी देना चाहिए तभी समाज में समानता आ सकती है। साथ ही श्री सराफ ने इसके अलावा कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, पोक्सो एक्ट, बच्चों व महिलाओं के अधिकार आदि विषयों पर चर्चा की।
मनोज जायसवाल ने बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुए कहा की शासन के प्रयासों के बावजूद हमारे जिले में बाल विवाह होता रहा है जिसके कारण बालिकाओं की शिक्षा प्रभावित होने के साथ बाल विवाह वाले जोडे से पैदा लेने वाले बच्चे कुपोषित व कमजोर हो रहे है। श्री जायसवाल ने इसके अतिरिक्त पोक्सो एक्ट, गुड टच बैड टच के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इंदिरा चौबे ने बालिकाओं की शिक्षा पर जोर दिया एवं शारीरिक प्रतिरक्षा हेतु जिले में होने वाले जुड़ो कराटे की ट्रेनिंग का लाभ उठाने पर भी जोर दिया। आज के कार्यक्रम का संचालन पुनीत तिग्गा, व्यवहार न्यायाधीष वर्ग-2 के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिले के प्राचार्य, षिक्षकगण, पैरालिगल वालेंटियर्स एवं छात्राएं सम्मिलित रहे।