बेंगलुरु। इसी साल मई महीने में संपन्न हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी का टिकट दिलाने ने नाम पर एक हिंदी महिला कार्यकर्ता द्वारा उद्योगपति से 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने उद्योगपति से धोखाधड़ी के आरोप में कार्यकर्ता चैत्र कुंडपुरा को गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद स्पेशल विंग सिटी सेंट्रल ब्रांच (CCB) पुलिस ने मंगलवार देर रात आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी चैत्र कुंडपुरा ने दक्षिण कन्नड़ जिले के बैंदुर विधानसभा से गोविंदा बाबू पुजारी को बीजेपी से टिकट दिलाने का वादा किया था। महिला ने दावा किया था कि वह आरएसएस के नेताओं को जानती है जो उसे टिकट दिला सकते हैं।
पुलिस ने बताया कि महिला ने पीड़ित गोविंदा बाबू को जब भी बुलाया गया, वे बेंगलुरु आए। इस दौरान चैत्र कुंडापुरा ने लोगों के साथ कई बैठकें भी आयोजित कीं, इन बैठकों को महिला ने बीजेपी आलाकमान के स्तर पर निर्णय लेने वालों के तौर पर पेश किया।
आरोपी महिला ने कथित तौर पर उद्योगपति गोविंदा बाबू से 4 करोड़ रुपये लिए थे। हालांकि, जब गोविंदा बाबू को कर्नाटक विधानसभा का टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने महिला कुंडापुरा से अपने पैसे वापस करने को कहा। गोविंदा बाबू ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में दावा किया है कि आरोपी महिला ने उसके पैसे वापस करने से मना कर दिया था और उसे धोखा दिया।
सिटी सेंट्रल ब्रांच पुलिस ने इस केस में चैत्र कुंडापुरा को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। बता दें कि चैत्र कुंडापुरा दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं और हिंदुत्व अनुयायियों के बीच लोकप्रिय है। उसके खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के आरोप हैं और मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
उद्योगपति गोविंदा बाबू ने एक सामाजिक कार्यकर्ता और बिलवा समुदाय के नेता हैं। उनका कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में प्रभाव है। इसके अलावा पुलिस ने मामले में चैत्र कुंडपुरा के सभी सहयोगियों गगन कदुर, श्रीकांत नायक और प्रसाद को भी गिरफ्तार किया है। कुंडापुरा और श्रीकांत नायक से अलग-अलग जगहों पर पूछताछ की जा रही है।