अंबिकापुर: सरगुजा पुलिस ने एक बस चोरी के मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से चोरी हुई बस भी बरामद कर ली गई है। जानकारी के अनुसार, आरोपी पूर्व में उसी बस में खलासी का काम करता था और उसे बस की चाबी रखने की जगह की जानकारी थी, जिसके कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया।
दरअसल प्रार्थी जावेद आलम, निवासी खरसिया नाका, अम्बिकापुर, ने 1 नवंबर 2024 को थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी शमीम बस (नंबर CG/15/AB/1155) 31 अक्टूबर 2024 को कुनकुरी से लौटकर राजधानी पेट्रोल पंप के सामने खरसिया नाका पर खड़ी की गई थी। अगले दिन जब ड्राइवर और कंडक्टर बस को देखने पहुंचे तो बस वहां से गायब मिली। प्रार्थी ने अपनी ओर से बस को खोजने की कोशिश की लेकिन पता नहीं चल सका। इसके बाद, थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 789/24 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसके साथ ही मुखबिर तैनात किए गए। मुखबिर की सूचना के आधार पर पता चला कि बस को रायगढ़ रोड की ओर ले जाया गया है। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रायगढ़ रोड पर तलाशी शुरू की और NH-43 के चिरंगा मोड़ के पास चोरी की गई बस को खड़ा पाया। बस में मौजूद संदेही सुखनंदन खाखा (पिता जगमोहन, उम्र 20 वर्ष, निवासी पोकसरी चिपरकाया, थाना बत्तौली) से पूछताछ की गई, जिसमें उसने बस चोरी करने की बात कबूल की।
आरोपी सुखनंदन पूर्व में शमीम बस में खलासी का काम करता था और उसे बस की चाबी रखने की जगह की जानकारी थी। इसी जानकारी का उपयोग कर उसने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने मौके से बस को जब्त कर लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।