बलरामपुर: राजपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी की उपस्थिति में स्थानीय पहाड़ी कोरवा आश्रम बालिका छात्रावास में बालिकाओं को विधिक जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में छात्राओं को कानूनी जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी ने कहा की कठोर अनुशासन से जीवन में वांछित लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है अनुशासन के बगैर जीवन में कुछ भी संभव नहीं है,आगे उन्होंने बालकों के लैंगिक संरक्षण अधिनियम की जानकारी देते हुए गुड टच और बैड टच के बारे में बताया और कहा कि आपके साथ किसी भी तरह का घटना जो आपको अच्छा ना लगे उसके संबंध में आप हॉस्टल में हैं तो अपने अधिक्षीका को बताइए, इसके अलावा अगर आप अपने घर में हैं तो अपने मां-पिता को बताइए किसी भी घटना के बारे में आपने कोई बात अगर छुपाई तो भविष्य में ऐसी घटना बड़ी रूप ले सकती है, जिससे आपको अनन्य परेशानियां मानसिक और शारीरिक पीड़ा उठानी पड़ सकती है, उन्होंने आगे कहा कि किसी भी ऐसे मामले में बालक अथवा बालिका जो पीड़ित है उसे प्रति कर दिए जाने का भी प्रावधान है और ऐसा प्रतिकर उसी पीड़ित को मिलता है जिसने घटना से संबंधित शिकायत अपने नजदीक के थाने में घटना के पश्चात करा दी है। पढ़ने लिखने के महत्व को समझाते हुए श्रीमती रेशमा बैरागी ने कहा कि अगर आपने समय और अनुशासन का पालन नहीं किया तो आपको अपने जीवन में जो लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं उसे प्राप्त नहीं कर पाएंगे इसलिए अनुशासन के साथ साथ समय का पूरा ध्यान रखें और अपने पढ़ाई को जो आपको यहां पढ़ाया जा रहा है उसे समय से पूरा करें।
अधिवक्ता संघ के सचिव सुनील सिंह ने कहा की समाज में बदलाव का आप एक माध्यम है आपका उद्देश्य सिर्फ नौकरी प्राप्त करना होना अपनी जगह ठीक हो सकता है परंतु समाज को आपसे काफी उम्मीदें रहती हैं इसके अलावा आप चाहे तो अपने समाज में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं आप अध्ययन के दौरान जो कुछ यहां सीखते हैं अपनी छुट्टियों में अपने गांव के लोगों को जाकर उसके माध्यम से एक नई दिशा दे सकते हैं जो कानून आपको बताए जा रहे हैं उसके संबंध में लोगों को बता कर जागरूक भी कर सकते हैं,छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम में बनाए गए प्रावधान काफी कठोर हैं शराब बनाने वाले को कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान है इसलिए शराब यदि कोई बनाता है या फिर उसकी बिक्री करता है तो उससे यह बात आप भली-भांति समझाने में सफल हो सकते हैं कि इस तरह के काम से उसे मुकदमों का सामना करना पड़ सकता है और इस काम के लिए उसे कठोर दंड भी मिल सकता है सार्वजनिक जगहों पर शराब पीकर उत्पात मचाना या फिर सार्वजनिक जगह पर शराब पीना दंडनीय अपराध है और ऐसे मामलों में अपराध की गंभीरता के आधार पर सजा जुर्माने का प्रावधान भी है इसके अलावा टोनही प्रताड़ना अधिनियम और परीक्षा में अनुचित साधनों के उपयोग के कानून को सहज ढंग से छात्रों को बताया ।
अधिवक्ता उमेश झा ने कहा कि अनुशासन से भविष्य निर्माण बेहतर ढंग से हो सकता है इसलिए जीवन में अनुशासित रहना काफी आवश्यक है अनुशासन के साथ-साथ जीवन में सदाचार भी काफी जरूरी है विनम्र व सदाचारी बनने से हमारे जीवन में हम वांछित ऊंचाई को प्राप्त कर सकते हैं।
अधिवक्ता शिवानंद दुबे ने कहा कि विद्यार्थी जीवन काफी कठिन है और यहां आप पढ़ने आए हैं तो पढ़ाई के साथ-साथ हर तरह की बात जो आपके जीवन में उपयोगी हो उसे सीखना और आत्मसात करना आपके लिए काफी बेहतर है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अधिवक्ता जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि आज आपको दी गई जानकारी आपके जीवन में काफी उपयोगी साबित होगी और ना केवल आपके लिए बल्कि आप के माध्यम से समाज के आम लोगों को उनके अधिकार और कर्तव्यों को बताने के लिए सार्थक सिद्ध होगी। कार्यक्रम में अधिवक्ता रामनारायण जयसवाल ए.बी.ईओ. जे.आर. नागदेव,छात्रावास अधीक्षक जेरमीना कुजूर व अन्य स्टाफ भी इस दौरान मौजूद रहे।