अंबिकापुर: स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ ने सरगुजा जिला प्रवास के दौरान एनएचएम के मिशन संचालक जगदीश सोनकर, आयुक्त चिकित्सा एवं शिक्षा चन्दन कुमार,सीजीएमएससी की निदेशक पद्ममणि भोई साहू के साथ राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर एवं संबद्ध चिकित्सालय सहित ड्रग वेयरहाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर विलास भोस्कर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह, सीएमएचओ डॉ आरएन गुप्ता, संयुक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आर सी आर्या,सिविल सर्जन डॉ जे के रेलवानी, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ रमणेश मूर्ति सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
जिला चिकित्सालय में देखी व्यवस्था, मरीजों से बात कर लिया फीडबैक-
इस दौरान टीम द्वारा जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं का सघन निरीक्षण किया गया। अधिकारियों द्वारा चिकित्सालय की सेवाओं और मरीजों की सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान ओपीडी, जनरल वार्ड, पुरुष एवं महिला वार्ड, लेबर कक्ष, एसएनसीयू, ऑपरेशन थिएटर, पंजीयन काउंटर, आईसीयू सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया तथा मातृ-शिशु भवन में स्थित प्रसव कक्ष का भी अवलोकन कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। ओपीडी हेतु मरीजों के भीड़ प्रबंधन के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया, इसके साथ ही ओपीडी में डॉक्टरों के साथ अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति की जानकारी ली गई। अपर मुख्य सचिव पिंगुआ ने उपकरणों की नियमित जांच के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। इस दौरान उन्होंने वार्डों में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर उपचार एवं सुविधाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लिया।
मेडिकल कॉलेज का किया गया निरीक्षण, विभिन्न विभागों का अवलोकन कर शैक्षणिक गतिविधियों पर की चर्चा
इस दौरान मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण किया गया तथा विभिन्न विभागों अवलोकन करते हुए प्राध्यापकों और छात्रों से शैक्षणिक गतिविधियों पर चर्चा की गई। श्री पिंगुआ द्वारा स्किल लैब का भी अवलोकन किया गया, इस दौरान बताया गया कि स्किल लैब में नए चिकित्सा छात्रों की चिकित्सकीय कौशल क्षमता बढ़ाया जाता है। उन्होंने शैक्षणिक सुविधाओं का जायजा लेकर, छात्रों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। टीम द्वारा गंगापुर में निर्माणाधीन राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन का भी अवलोकन किया गया।
ड्रग वेयरहाउस का निरीक्षण कर, दवाईयों की उपलब्धता की ली गई जानकारी-
टीम द्वारा ड्रग वेयरहाउस का निरीक्षण कर दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी ली गई। उन्होंने दवाओं के मांग, उनके सापेक्ष आपूर्ति की गयी दवाओं के विवरण का भी गहनतापूर्वक परीक्षण किया तथा सॉफ्टवेयर में एंट्री की जांच की। उन्होंने कहा कि दवाओं के भण्डारण में मानकों का विशेष ध्यान रखा जाये तथा कोल्ड चेन की निरन्तर निगरानी की जाये। उन्होंने कहा कि ड्रग वेयर हाउस में अभिलेखों का रखरखाव व्यवस्थित हो।