बलरामपुर:जिले के राजपुर विकासखंड स्थित पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम, लाऊ में अध्ययनरत सात वर्षीय छात्र अजीत कुमार की उल्टी-दस्त से मौत के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। आश्रम के प्रभारी अधीक्षक बीरसाय राम को लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
अजीत कुमार, ग्राम सेवारी (खटनपारा) निवासी, आश्रम में रहकर पढ़ाई करता था। 29 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसका परीक्षण किया था और दवा दी थी, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। 3 फरवरी को परिजनों को सूचना दी गई, जिन्होंने उसे घर ले जाकर इलाज करवाया, लेकिन शाम तक उसकी मौत हो गई। इस मामले में प्रशासन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एसडीएम राजीव जेम्स कुजुर ने मौके का निरीक्षण किया और अधीक्षक की लापरवाही की पुष्टि की। जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया है, जिसके आधार पर अधीक्षक बीरसाय राम को निलंबित कर दिया गया।
आश्रमों की हालत खराब, निरीक्षण नहीं करते अधिकारी
राजपुर विकासखंड में 19 बालक-बालिका आश्रम और छात्रावास संचालित हैं, लेकिन अधिकांश की स्थिति दयनीय है। अधीक्षक रात में छात्रावास छोड़कर अपने घर चले जाते हैं, और छात्रों को निर्धारित मैन्यू के अनुसार भोजन भी नहीं मिलता। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों को हर महीने अधीक्षकों से मोटी रकम मिल जाती है, जिसके कारण कोई सख्त निरीक्षण नहीं किया जाता।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी दी है कि पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम लाऊ के प्रभारी अधीक्षक बीरसाय राम को उनके पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, अनुशासनहीन और अकर्मण्य मानते हुए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में बीरसाय राम का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुसमी किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी