कलेक्टर के स्टेनो, ठेकेदार, अधिकारी, कर्मचारी बनाये आलीशान बिल्डिंग
अंबिकापुर।सरगुज़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश कुमार सोनी के सरगुज़ा आयुक्त को ज्ञापन सौंप कहा कि
बलरामपुर जिले के ग्राम भनौरा स्थित गोचर भूमि पुराना खसरा नम्बर 93 रकबा 143.23 एकड भूमि को अलग-अलग व्यक्तियो के द्वारा फर्जी सेटलमेंट लगाकर बिना सक्षम अधिकारी के अनुमति लिये बगैर अनेको व्यक्तियों को भूमि विक्रय करने वालों पर केस दर्ज कराने की मांग की है।
अधिवक्ता दिनेश कुमार सोनी ने ज्ञापन सौंप कहा कि बलरामपुर कलेक्टर को ग्राम भनौरा स्थित गोचर भूमि पुराना खसरा नम्बर 93 रकबा 143.23 एकड भूमि को अलग-अलग व्यक्तियो के द्वारा फर्जी सेटलमेंट लगाकर बिना सक्षम अधिकारी के अनुमति लिये बगैर अनेको व्यक्तियों को भूमि विक्रय करने के संबंध में जांच करने हेतु भेजा गया था जिसके आधार कलेक्टर बलरामपुर के द्वारा टीम गठित कर जांच कराया गया तथा जांच कराने के उपरांत 24 जून 2024 को जांच रिपोर्ट आने के बाद ग्राम भनौरा मे स्थित गोचर भूमि पर खरीदी-बिक्री करने पर रोक लगाया तथा कलेक्टर के जांच प्रतिवेदन में शिकायत को प्रमाणित माना। उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर वर्तमान में ग्राम भनौरा में स्थित उपरोक्त गोचर भूमि पर अपना नाम दर्ज कराकर काबिज करने वाले व्यक्तियों से संबंधित विक्रय पत्र के दस्तावेज मंगाकर फर्जी दस्तावेजो के आधार पर किये गये क्रय-विक्रय करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध अलग-अलग आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने हेतु संबंधित कलेक्टर एवं राजस्व अधिकारियों को निदेशित किया जाये साथ ही साथ उपरोक्त भूमि को भूमि के राजस्व रिकार्ड में गोचर मद में दर्ज करते हुये छत्तीसगढ़ शासन का नाम अंकित कराया जाये एवं उपरोक्त भूमि की उपयोगिता शासनहित में करने की मांग की है। जिन व्यक्तियों के द्वारा वर्तमान में ग्राम भनौरा में स्थित गोचर भूमि में कब्जा किया गया है तथा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर अपना-अपना नाम राजस्व अभिलेखो में दर्ज कराया गया है उन सभी व्यक्तियों की सूची इस आवेदन के साथ अलग से संलग्न प्रस्तुत किया है जिससे कि संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी कर उनके भूमि का विक्रय पत्र मंगाकर उसकी वास्तविकता जांच कराकर संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराने की मांग की है।
गोचर भूमि पर काफी प्रभावशाली व्यक्तियों कलेक्टर के स्टेनो, ठेकेदार, नेता, अधिकारियों-कर्मचारियों का मकान बना हुआ है
अरविंद गुप्ता, मदन गुप्ता, महमूद अंसारी, बीनू गुप्ता, राकेश, सुषमा प्रजापति, आशीष द्विवेदी कलेक्टर के स्टेनों के पुत्र, अजय गुप्ता, सुभाष गुप्ता, राधा गुप्ता, रूपा गुप्ता, शीला गुप्ता, संजीव गुप्ता, राधिका गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, विनोद गुप्ता, रामविलास, सुनीता गुप्ता, अर्जुन प्रसाद, सलीम, रशीद, सरस्वती, किरण, रंजीत गुप्ता, राजेंद्र, मनोज, रीमा गुप्ता, रमेश गुप्ता, प्रभा देवी, सरिता देवी, श्रवण सोनी, संगीता देवी, अनीता यादव, बसंती देवी, श्यामलाल गुप्ता, पंकज गुप्ता, नीलम पटवा, शांति देवी, बाबूलाल, निरंजन मंडल, राजेंद्र, संदीप गुप्ता, दीपू कुमार, अशोक गुप्ता, पूनम देवी , श्यामलाल कुमार, अनीता, चंदन गुप्ता, ललन यादव, दीप कुमार आदि व्यक्तियों के द्वारा विक्रय नामा निष्पादित, फर्जी सेटलमेंट की कॉपी लगाकर कराया गया है। सभी के विरुद्ध केस दर्ज कराने की मांग की है।