श्रीनगर: कश्मीर में टारगेट किलिंग की साजिश और अमरनाथ यात्रा को आशंका के बादल में घेरने में जुटे उपद्रवियों व आतंकियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि मोदी सरकार न झुकेगी और न रुकेगी। कुछ दिन पहले ही दिल्ली में बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति की याद दिलाते हुए सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिया था कि जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग करने वालों को ढूंढ-ढूंढ कर मारा जाए।इसके बाद पिछले 24 घंटे में चार आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।

मारे गए चार आतंकियों में से दो पाकिस्तानी हैं। वहीं, 72 घंटे के दौरान करीब 18 आतंकियों व उनके मददगारों (ओवरग्राउंड वर्कर) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारियां कठुआ से लेकर उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे कुपवाड़ा में हुई हैं। इनमें शोपियां में सेना के वाहन में आइईडी धमाका करने वाले दो आतंकी व उनके सहयोगी भी शामिल हैं। पकड़े गए आतंकी व उनके सहयोगी गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में थे।

एक पखवाड़े में दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में दो बैठकें हुई हैं। बीते सप्ताह हुई एक सुरक्षा समीक्षा बैठक में जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग को रोकने और अमरनाथ यात्रा को सुक्षित बनाने की एक रणनीति तैयार की गई थी। इस रणनीति के तहत प्रदेश में आतंकियों, उनके समर्थकों और मददगारों के नेटवर्क को ध्वस्त किया जा रहा है।

सुरक्षाबलों ने मंगलवार तड़के कुपवाड़ा में लश्कर के दो आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में पाकिस्तानी आतंकी कमांडर तुफैल भी शामिल है। इससे पहले सोमवार रात सोपोर में मुठभेड़ में पाकिस्तान का आतंंकी हांजला मारा गया था।

कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) विजय कुमार ने बताया कि कुपवाड़ा में करीब तीन घंटे चली मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए। मारा गया दूसरा आतंकी त्राल का रहने वाला इश्तियाक लोन है। इश्तियाक की कुपवाड़ा में मौजूदगी से पता चलता है कि दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों के दबाव से बचने के लिए आतंकी अब उत्तरी कश्मीर के जंगलों की ओर भाग रहे हैं।

वहीं मंगलवार शाम को शोपियां में हुई एक अन्य मुठभेड़ में स्थानीय आतंकी नदीम अहमद राथर मारा गया। राथर 2020 को आतंकी बना था। इस साल मार्च में कुलगाम में एक सरपंच की हत्या में भी वह शामिल था और उसपर पांच लाख का इनाम था। आतंकी बनने से पहले वह शेरे कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वेटरनरी साइंस की पढ़ाई कर रहा था।

जम्मू, कठुआ और श्रीनगर में भी हुई कार्रवाई : पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टारगेट किलिंग की जांच के दौरान पता चला कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना इन वारदातों के लिए नए आतंकियों को इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस ने इसपर काम शुरू किया और बीते 72 घंटों के दौरान पूरे प्रदेश में विभिन्न जगहों पर दबिश देते हुए करीब 18 आतंकियों व उनके मददगारों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारियां श्रीनगर, बारामुला, कुलगाम, शोपियां, अनंतनाग, जम्मू, रामबन, ऊधमपुर और कठुआ में हुई हैं। ये सभी लोग पाकिस्तान में बैठे आतंकी सज्जाद गुल, आशिक नेंगरु और अर्जमंद गुलजार के अलावा कुछ और अन्य आतंकियों के साथ इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से लगातार संपर्क में थे।

शोपियां में सेना के वाहन में धमाका करने वाले दो आतंकी व दो मददगार पकड़े गए : शापियां के सीडू में दो जून को सेना के वाहन में आइईडी धमाके में शामिल आतंकी शौकत अहमद शेख और परवेज अहमद लोन को भी दबोच लिया। ये दोनों पेशे से वाहन चालक हैं और शोपियां के रहने वाले हैं। इन दोनों को आतंकी बनाने और इस वारदात को अंजाम देने के लिए लश्कर कमांडर आबिद रमजान के साथ मिलवाने वाले इनके दो ओवर ग्राउंड वर्करों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। धमाके की साजिश लश्कर कमांडर आबिद रमजान शेख ने ही रची थी। इस धमाके में एक सैन्यकर्मी बलिदान और दो अन्य घायल हुए थे। आतंकी आबिद रमजान शेख ने ही धमाके के लिए दोनों आतंकियों व ओवरग्राउंड वर्करों को विस्फोटक व अन्य साजो सामान प्रदान किया था। पुलिस के अनुसार रमजान भी जल्द पकड़ा जाएगा या किसी मुठभेड़ में मारा जाएगा।

राष्ट्रविरोधी तत्वों के साथ संपर्क रखने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी : पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने गिरफ्तारियों पर टिप्पणी नहीं की, लेकिन कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश है कि पाकिस्तान या अन्य मुल्क में बैठे किसी भी आतंकी कमांडर या किसी अन्य राष्ट्रविरोधी तत्व के साथ संपर्क रखने वालों के खिलाफ कानून के तहत कठोर कार्रवाई की जाए।

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