अमरनाथ यात्रा की आज से औपचारिक शरुआत हो गई है. पहलगाम बेस कैंप करीब 10 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. दो साल बाद शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है. बता दें कि अमरनाथ यात्रा 43 दिन तक चलेगी. आज से शुरू हुई यात्रा 11 अगस्त को समाप्त होगी. 7-8 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है.
हर दिन 10 हजार श्रद्धालु करेंगे दर्शन
पहलगाम और बालटाल बेस कैंप से हर दिन 10-10 हजार श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जाएंगे. आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए जगह जगह जगह सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. अधिकारियों ने बताया कि पवित्र गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाले बर्फ के शिवलिंग के दर्शन के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने सभी तैयारियां कर ली हैं.
राज्यपाल ने पहले जत्थे को किया रवाना
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू अधार शिविर से श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया. पहले जत्थे में 4,890 श्रद्धालु शामिल हैं जो बुधवार तड़के चार बजे भगवती नगर आधार शिविर से 176 वाहनों में सवार होकर काफिले के रूप में कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुए.
गौरतलब है कि साल 2019 में सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द किये जाने के मद्देनजर यात्रा बीच में ही स्थगित कर दी गई थी. वहीं साल 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी की वजह से यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था.
केवल सत्यापित तीर्थ यात्री ही यात्रा में शामिल हों, यह सुनिश्चित करने के लिए एसएएसबी ने अमरनाथ यात्रा के इच्छुक लोगों को आधार या अन्य बायोमेट्रिक सत्यापित दस्तावेज साथ रखने को कहा है. तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा में ड्रोन और आरएफआईडी चिप भी हिस्सा हैं.