मध्यप्रदेश के रीवा जिले में एंबुलेंस से गौ तस्करी का मामला सामने आया है। सूत्रों का दावा है कि रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 12.45 बजे जवा थाना क्षेत्र के खरपटा गांव होते हुए एंबुलेंस जा रही थी। लेकिन गांव की बस्ती में टर्निंग होने के कारण एंबुलेंस अनियंत्रित होकर नाली में जा घुसा। हादसे के बाद तस्कर वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए। इधर गांव वालों ने एंबुलेंस को पलटा देख डायल 100 और थाना पुलिस को सूचना दी।
साथ ही ग्रामीण एंबुलेंस के अंदर मरीज समझकर मदद करने पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद दरवाजा खुला तो अंदर का नजारा देखकर भौचक्के रह गए। टार्च जलाई तो 7 में से 3 मवेशी मर चुके थे। जबकि 4 जिंदा गोवंश को बाहर निकाला है। फिलहाल जवा पुलिस आईपीसी की धारा 429 और गोवंश प्रतिषेध अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर लिया है। साथ ही एंबुलेंस की टोचन कर थाने में खड़ा कराया गया है।
जवा थाना प्रभारी निरीक्षक तेजभान सिंह ने बताया कि एंबुलेंस पलटने की सूचना आधी रात थाने आई थी। जानकारी के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। जहां देखा कि एंबुलेंस क्रमांक AP 09 TA 1162 में नाली में घुसी थी। ग्रामीणों ने कहा कि एंबुलेंस के अंदर कुछ मरे और जिंदा गोवंश है। गेट खोला तो तीन मवेशी मरे निकले। जबकि चार जिंदा थे। जो भूख और प्यास से तड़प रहे थे। जिंदा गोवंश को ग्रामीण के सुपुर्द कर दिया है। जबकि मरे मवेशियों को पशु अस्पताल में पीएम कराने के बाद दफना दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने नंबर के आधार पर एंबुलेंस को ट्रेस किया तो वाहन हैदराबाद के निजी अस्पताल का निकला है। फिलहाल अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन गोवंश तस्करी के नए तरीका से पुलिस हरकत में आ गई है। चर्चा है कि एंबुलेंस रात में 10 बजे चिल्ला से जवा की तरफ हूटर बजाते हुए खरपटा गांव की तरफ जाती हुई देखी गई थी। इस बीच तस्करों ने दो तीन बार चक्कर मारा था।