सूरजपुर: खाशी जुकाम से कई बकरियों की मौत प्रकाशन हुआ था जिसमें तत्काल संज्ञान में लेते हुए उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवा द्वारा जिला स्तर से पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं विकासखण्ड़ स्तर के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञों की संयुक्त टीम बनाकर तत्काल मौके पर रवाना किया गया। टीम द्वारा मौके में पहुंचकर ग्राम अमनदोन, बरौल, मानी एवं टुकुड़ाड में पहुंचकर कृषकों के घर-घर जाकर बकरियों का स्वास्थ परीक्षण किया गया एवं बीमार बकरियों का उपचार किया गया। परीक्षण में कोई संक्रामक बीमारी के लक्षण नहीं पाये गये। बकरियों में सर्दी जुकाम मौसम के अचानक बदलाव के कारण होना संभावित पाया गया तथा जिन बकरियों का उपचार मौके पर किया गया उन बकरियों को लाभ भी मिला तथा 24 घंटे में कई बकरियों में स्वस्थ सुधार हुआ है।
चिकित्सा दल द्वारा संक्रमित ग्रामों के 5 कि.मी. दायरे में भी भ्रमण कर पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। भ्रमण के दौरान संयुक्त चिकित्सा दल के समक्ष किसी भी बकरियों की मौत नहीं हुई है। चिकित्सा दल लगातार 07 दिनों तक प्रभावित ग्रामों में सतत् रूप से भ्रमण कर उपचार करने का कार्य करेगें। क्षेत्र के कृषकों को जागरूकता लाते हुए अवगत भी कराया गया है कि यह संक्रामक बीमारी नहीं है मौसम के अचानक बदलाव के कारण हुआ है। जिनसे पशुपालको को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। भविष्य में मवेशियों में किसी भी प्रकार की कोई भी रोग के लक्षण दिखने पर तत्काल पशुधन विकास विभाग के निकटतम संस्था प्रभारी को सूचित करने एवं जिला स्तरीय अधिकारी उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें को उनके व्यक्तिगत दूरभाष नम्बर 9424256662 में सूचित करने हेतु अपील किया गया। जिससे भविष्य में तत्काल विभागीय सेवाएं प्रदान की जा सके।