अंबिकेश गुप्ता
बलरामपुर/कुसमी।जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज अंतर्गत जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायतों में सचिव से लेकर अफसर तक भ्रष्टाचार की सारे हदें पार कर रहे हैं। ग्राम पंचायत कंजिया में आसानी से देखा जा सकता है, आलम है कि बिना काम हुए फर्जी तरीके से लेआउट कर अग्रिम राशि के आहरण का लाभ विधायक प्रतिनिधि व मंडी अध्यक्ष को दिलाकर शासकीय राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।
शिकायतकर्ताओ ने ज्ञापन सौंप कहा कि जनपद पंचायत शंकरगढ़ के साथ -साथ कुसमी में करीब 9 महीने तक प्रभारी सीईओ बनकर पदस्थ रहें संजय दुबे तनख्वाह कि कमाई कम और भ्रष्टाचार कि कमाई ज्यादा अर्जित करने व कराने में लगे हैं। इनके इशारे पर सरपंच, सचिव व उपयंत्री कि मिलीभगत से निर्माण कार्यों के नाम पर पहले से बन रहें निर्माणाधीन भवन को नए बताकर अग्रिम राशि निकालें जाने का मामला सामने आया हैं, जो किसी और मद का नहीं बल्कि विधायक मद का राशि हैं। इस मामलें में ग्राम पंचायत कंजिया, राज विद्या केंद्र के सदस्यों ने बलरामपुर कलेक्टर रिमीजीयुस एक्का को शिकायत पत्र सौंप कार्यवाही की मांग की है तथा इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, शिव कुमार डहरिया प्रभारी मंत्री जिला बलरामपुर, रविंद्र चौबे मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला बलरामपुर, अनुविभागीय अधिकारी “राजस्व” कुसमी को दिया है।
उक्त मामलें में दिए गए शिकायत पत्र पर उल्लेखित किया गया हैं कि सामरी विधानसभा 08 के विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महराज के विधायक मद से सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य कराने प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान बलरामपुर जिला पंचायत अंतर्गत जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायत कंजिया में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना “विधायक मद” से वर्ष 2022-23 में 16 मार्च 2023 को कार्यालय कलेक्टर “जिला योजना एवं सांख्यिकी” बलरामपुर द्वारा राज विद्या केंद्र के बगल में आठ लाख रूपये लागत की स्वीकृति दी गई।इस स्वीकृति आदेश के जारी होते ही विधायक चिंतामणि महराज के विधायक प्रतिनिधि राशिद आलम व मंडी अध्यक्ष कुसमी बालेश्वर राम द्वारा वर्ष 2021 से प्रारम्भ बैठक हाल को सामुदायिक भवन का नामकरण देकर पूर्व से बन रहें निर्माणाधीन बैठक हाल को नया कार्य बताकर कर छल पूर्वक जनपद पंचायत कुसमी के प्रभारी सीईओ संजय दुबे, जनपद पंचायत कार्यालय में पदस्त बाबू , सबइंजिनियर व ग्राम पंचायत कंजिया के सरपंच- सचिव से आपसी साठ-गाठ कर अग्रिम राशि के तौर पर चार लाख रुपये का चेक “अविष्कार मार्केटिंग” के नाम कटवाकर आहरण कर लिया गया हैं। जबकि अविष्कार मार्केटिंग के नाम का कोई भवन निर्माण सामग्री सप्लाई का दुकान कुसमी नगर या पुरे विधानसभा में नहीं हैं। जिसकी पड़ताल राज विद्या केंद्र के सदस्यों द्वारा करने के बाद कार्य कि स्वीकृति होने की जानकारी व फर्जी तरीके से अग्रिम राशि आहरण किये जाने कि जानकारी सच साबित हुई।
सदस्यों ने हकीकत किया उल्लेखित, कहा आर्थिक सहयोग से वर्ष 2021 से ही बन रहा बैठक हाल
आगे आवेदन में हकीकत बताया गया हैं कि कुसमी के ग्राम पंचायत कंजिया में कई वर्षों से राज विद्या केंद्र में अनुवाइयो द्वारा सामाजिक उत्थान सहित धार्मिक आस्था की गतिविधियां संचालित होती हैं, तथा राज विद्या केंद्र भवन के बगल में बैठक हाल सभी अनुवाईयों की आपसी मदद व आर्थिक सहयोग से वर्ष 2021 से ही बनाया जा रहा हैं, उक्त बैठक हाल में स्थानीय विधायक से सहयोग की मांग की गई थी, तथा उक्त बैठक हाल का स्वयं से लेआउट निकाल कर नीव से लेकर ऊपरी तल तक का दीवार तक आपसी आर्थिक सहयोग से निर्माण अक्टूबर माह वर्ष 2022 में ही कर दिया गया था। टॉप लेबल तक पहुंच जाने के बाद विधायक चिंतामणि महाराज द्वारा संस्था के सदस्यों को मोबाईल के माध्यम से बताया गया कि आप लोगों को बालेश्वर राम और राशिद खान आप लोगों द्वारा बनाये जा रहें भवन के लिए शेड सामग्री पहुंचाने जायेंगे। कार्य स्वीकृति के पूर्व दिसंबर माह 2022 में राशिद खान, बालेश्वर राम के द्वारा 150 नग सीमेंट शीट (एस्बेस्टस ), 5 नग लोहे का कैची, 20 नग लोहे का पाइप पहुंचा दिया गया। जिसकी अनुमानित लागत एक लाख पचास हजार रूपये हैं। विधायक के द्वारा केवल इतना ही सहयोग किया गया है, तथा पूरा फिटिंग आर्थिक सहयोग से राज विद्या केंद्र के सदस्यों द्वारा किया गया हैं।
खुद को ठगा महसूस करने का जिक्र, जाँच कर दोषियों पर अपराध दर्ज करने कि मांग
आगे आवेदन में यह भी बताते हुवें मांग किया हैं कि विधायक मद कि शासकीय राशि कि फर्जीवाड़े से राज विद्या केंद्र के सदस्य गण सहित विधानसभा के सभी 17 केंद्र के अनुवाई स्वम को ठगा महसूस कर रहें हैं। शासकीय राशि को छल पूर्वक निकाला जाना गंभीर अपराध कि श्रेणी में आता हैं, जनपद पंचायत के प्रभारी सीईंओ संजय दुबे को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर सभी दोषियों पर उच्च स्तरीय जांच उपरांत कार्यवाही करते हुए अपराध पंजीबंध करने की मांग की है।
भुगतान कराने में सीईंओ कि भूमिका संदिग्ध, जाँच कि मांग
मामलें में जनपद पंचायत सीईंओ कि भूमिका संदिग्ध लग रहीं हैं, जानकरों का कहना हैं कि अग्रिम राशि के लिए नोट शिट बनाई जाती हैं, जिस नोट सीट में सर्व प्रथम सीईंओ के हस्ताक्षर होते हैं, जिसमें सीईंओ सब इंजिनियर को लें आउट देने का आदेश देते हैं। कार्यस्थल पर उपस्थित होकर सबइंजिनियर को लेआउट देना होता हैं, तथा नोट शिट में सबइंजिनियर का भी हस्ताक्षर होता हैं। अगले क्रम में कार्य स्थल का निरिक्षण कर एकत्रित सामग्री के अनुसार अग्रिम राशि प्रदान करने कि अनुशंसा सिईंओ को करना होता हैं और सीईंओ के हस्ताक्षर के बाद ही अग्रिम राशि का भुगतान का जनपद पंचायत के निर्माण शाखा से निर्माण एजेंसी को जाता हैं, जहाँ से सामग्री सप्लार को भुगतान सरपंच व सचिव के द्वारा किया जाता हैं। मौके पर न जाकर फर्जी तरीके से दस्तावेजों के आधार पर ही अपनी प्रक्रिया पूरा कर व्यक्तिगत लाभ पहुंचाए जाने से स्पष्ट हैं कि इस फर्जीवाडे अग्रिम चेक भुगतान में असफर सहित कर्मचारियों व दलालों को भुगतान करने में उक्त सभी का कितना योगदान हैं, पूरा मामला जाँच का विषय हैं।
राजनीतिक षड्यंत्र होने पर उच्च अधिकारियों से सहयोग की गुहार
विधायक मद की राशि तथा मामले में जुड़े विधायक के करीबी होने के कारण शिकायतकर्ताओ ने मीडिया को बताया हैं की हम सभी को कई प्रकार से शिकायत के पूर्व दबाव बनाया गया हैं की शिकायत न करें फिर भी हम सभी ने हिम्मत करके अपनी हक की लडाई के लिए आवाज उठाया हैं एवं यह भी भय हैं की राज विद्या केंद्र से जुड़े सदस्यों के परिवार शासकीय कर्मचारी हैं, तथा उनका तबादला या किसी प्रकार का राजनीतीक षड्यंत्र भी उनके साथ किया जा सकता हैं, इसके लिए शासन-प्रशासन के उच्च अधिकारीयों से सहयोग की गुहार शिकायत कर्ताओं ने लगाई हैं।
सरपंच व सचिव ने कहा की
ग्राम पंचायत कंजिया सरपंच पति लक्ष्मण भगत ने कहाँ की सचिव प्रस्ताव में हस्ताक्षर करवा कर लें गए थें, उनके विश्वास में ही सरपंच ने हस्ताक्षर कर दिया, चेक काटे जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि सचिव से पूरा जानकरी लेकर बताता हूँ, प्रस्ताव में पंचो के हस्ताक्षर मामलें में स्पष्ट जानकरी नहीं दी गई। वहीं इस मामलें में ग्राम पंचायत कंजिया सचिव भीमसेन ने खुद को किसी के दाह-संस्कार में शामिल होना बताया।
कुसमी प्रभारी सीईओ बोले
कुसमी प्रभारी सीइओ संजय दुबे ने कहा कि सामुदायिक भवन के लिए विधायक मद से 8 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई थी। सब इंजीनियरिंग से लेआउट कराकर ग्राम पंचायत के खाते में 4 लाख रुपये भेजा गया हैं।
नए सीईओ ने बोले
सीईओ डॉ. अभिषेक पांडेय ने कहा कि मैं अभी वर्तमान में ही सीईओ के पद पर बैठा हूँ, मामला प्रकाश में आया है शिकायत की जांच कराई जाएगी लगत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
विधायक बोले
सामरी विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज बोले मुझे इसकी जानकारी नही मैं पता करवाता हूँ। ग़लत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।