बलरामपुर: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का एक बड़ा हिस्सा पहाड़ों व घने वन क्षेत्रों से घिरा हुआ है तथा यहां प्रतिवर्ष बड़ी मात्रा में संग्राहकों द्वारा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जाता है। इस वर्ष भी वनांचल क्षेत्रों के ग्रमीणों द्वारा हरा सोना के नाम से प्रसिद्ध तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा रहा है। तेन्दूपत्ता वनांचलों में निवासरत लोगों के आजीविका का महत्वपूर्ण अंग है। गर्मियों के मौसम में कृषि कार्य के अतिरिक्त तेन्दूपत्ता संग्रहण से इनको अच्छी आय प्राप्त होती है। शासन द्वारा इनके हितों को ध्यान में रखते हुए प्रति मानक बोरा 4 हजार रूपये निर्धारित किया गया है।
जिले में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्यक्रम के तहत् व्यापक स्तर पर संग्रहण कार्य किया जा रहा है। जिला यूनियन बलरामपुर के अन्तर्गत तेन्दूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 में 44 समिति के अंतर्गत 64 लाटों में कुल 1 लाख 65 हजार 700 मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान में तेन्दूपत्ता के लिए 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा निर्धारित है, जिससे संग्राहकों को अच्छी आय प्राप्त होगी। इस संग्रहण कार्यक्रम के तहत् जिले में लगभग 01 लाख से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहकों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम जवाहरनगर निवासी तेन्दूपत्ता संग्राहक मनोज राय बताते हैं कि वे बीते 11 वर्षों से तेन्दूपत्ता संग्रहण का काम कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि कृषि कार्य के अतिरिक्त तेन्दूपत्ता संग्रहण से होने वाली आमदनी से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है, उनकी पुत्री अंकिता राय को कक्षा 10वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर तेन्दूपत्ता संग्राहकों के बच्चों को शासन द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन के तहत् 15 हजार रूपये वार्षिक सहायता राशि प्राप्त हुई है। इसी प्रकार तेन्दूपत्ता संग्राहक श्रीमती असीमा विश्वास तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य लगभग 20 वर्षों से करते आ रही हैं तथा उन्हें तेन्दूपत्ता संग्रहण से अच्छी आमदनी भी हो रही है। तेन्दूपत्ता संग्राहक असीमा के दोनों पुत्रों को शासन द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का लाभ मिला है। श्रीमती असीमा के बड़े पुत्र अमन व छोटे पुत्र अभय को शैक्षणिक सत्र 2019-20 में क्रमशः कक्षा 12वीं और 10वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने पर 25 हजार रूपये व 15 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है।