बलरामपुर: विकासखण्ड वाड्रफनगर के समस्त 95 ग्राम पंचायतों में मनरेगा श्रमिकों के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रोजगार दिवस मनाया गया तथा मनरेगा से संबंधित विभिन्न जानकारियों के साथ-साथ कोविड के तीसरे लहर से बचाव हेतु आवष्यक सावधानियां जैसे कोविड टीकाकरण कराने, मनरेगा कार्यस्थल में दो गज की दूरी का पालन करने, एक दूसरे का औजार न छुने, मास्क अथवा गमछे का उपयोग करने तथा मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय पर जानकारी प्रदान किया गया।
रोजगार दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक श्रमिकों को मनरेगा अन्तर्गत रोजगार प्राप्त करने पर भी जानकारी दिया गया। ज्ञातव्य है कि विकासखण्ड वाड्रफनगर के समस्त ग्राम पंचायतों में श्रममूलक पर्याप्त कार्य स्वीकृत हैं, जिसके तहत मांग अनुसार निरंतर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 15 हजार 861 परिवारों के 29 हजार 197 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है तथा 7 लाख 68 हजार 354 मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है। वर्तमान में 10 हजार से अधिक श्रमिक निरंतर मनरेगा कार्यों में रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में डबरी, तालाब, भूमि सुधार एवं मेढ़बंदी, नरवा उपचार के कार्य जैसे गली प्लग, बोल्डर चेक, गैबियन स्ट्रक्चर, मिट्टी बांध, इत्यादि कार्य निरंतर चल रहे हैं। वाड्रफनगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री वेदप्रकाश पाण्डेय ने बताया कि 7 फरवरी को रोजगार दिवस के अवसर पर मनरेगा के प्रावधानों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने, कोविड टीकाकरण कराने तथा मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियां बरतने पर जानकारी मनरेगा श्रमिकों को प्रदान किया गया साथ ही उन्होंने मनरेगा श्रमिकों से अधिक से अधिक कार्य में नियोजित होने हेतु भी अपील किया है।
इसी प्रकार विकासखण्ड बलरामपुर के 75 ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया। रोजगार दिवस के अवसर पर विभिन्न निर्माण कार्य स्थलों पर रोजगार सहायक तकनिकी सहायक, बेयर फूट टेक्निशियन, पंचायत सचिव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा श्रमिकों के साथ बैठक कर मनरेगा के प्रावधानों, मिलने वाले लाभ, श्रम विभाग से पंजीयन तथा उसके लाभ, शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी में सहभागिता, गोधन न्याय योजना, महिलाओं के कानूनी अधिकार तथा कुपोषण से मुक्ति हेतु उपाय, कोरोना बचाव हेतु जरूरी उपाय तथा ग्राम स्तर विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान किया गया। पंचायतों में मनरेगा अंतर्गत पर्याप्त श्रममूलक कार्य संचालित है जिसमें प्रतिदिन 8 हजार से अधिक श्रमिक रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने श्रमिकों से अपील की है कि सभी ग्राम पंचायतों में पर्याप्त श्रममूलक कार्य उपलब्ध है, जिसमें वे अधिक से अधिक पंजीकृत श्रमिक रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।