आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/सेदम: अंबिकापुर से पत्थलगांव राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के दुर्दशा के बारे में आमलोगों सहित शासन-प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है लेकिन ग्रामीण जनों की पीड़ा से अवगत एनएच विभाग के अधिकारीगढ़ उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं।

सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार बुलंद हौसलों के साथ निर्माण कार्य करने का कोरम पूरा करने में लगा हुआ है घटिया निर्माण के कारण आज रघुनाथपुर से मंगारी तक बने पुल पुलिया में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी सड़क सहित पुल पुलिया की दयनीय स्थिति हो गई है 60_ 70 लाख से नव निर्मित पुल के निर्माण होने के बावजूद वर्ष भर में ही पूल में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और निकले हुए छड़ दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं ।



वही स्थिति सड़क की भी है जो बनने के बाद ही सड़कों में दरारे देखने को मिली हुई थी और आज सड़क गड्ढों में तब्दील होकर दुर्घटना हेतु ग्रामीणों के इंतजार में है। जबकि पुल पुलिया के अधूरे निर्माण बरसात में पानी गिरने से तालाब में परिवर्तन हो गए हैं।



बारिश होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में बने पुल पुलिया रघुनाथपुर रखायेत पुल , लमगाव पुल, वेलकोटा पुल तो तालाब में परिवर्तन हो गया है जबकि सड़क पूरी तरह टूट चुकी है वहीं बतौली पुल, सेदम पुल , मंगारी जुनापारा,और मंगारी बनियाटिकरा पुल के आधे अधूरे निर्माण ने लोगों की परेशानी बनाए हुए है इन पुल पुलिया में 3_4फीट गड्ढे हो गए है जहा छोटे कार के मोबिल फिल्टर सहित चेंबर को नुकसान पहुंचा रहे है।जबिक बाईक सवार गिर कर घायल हो अस्पताल जाने में लगे हुए है।

एनएच विभाग के अधिकारी आज भी उदासीन रवैया अपनाए हुए है

राष्टीय राजमार्ग 43 में नही है सांकेतिक चिन्ह एनएच विभाग के आला अधिकारी ना ही सड़क निर्माण कंपनी के ठेकेदार द्वारा अधूरे निर्माण में सांकेतिक चिन्ह लगाया जा रहा है जिससे दुर्घटनाएं की संभावना बढ़ रही है ग्रामीण जनों द्वारा रेडियम का संकेतक चिन्ह अधुरे निर्माण में लगाने और पुलिया के निर्माण कार्य को पूरा करने की मांग कर रहे है

अधुरे निर्माण को पूरा करने एनएच विभाग को तत्काल निर्देशित किया जायेगा फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था कर गढ्ढे भरे जायेंगे ताकि बड़ा हादसा को रोका जा सके।

कलेक्टर कुंदन कुमार सरगुजा

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