अंबिकापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए “परीक्षा पे चर्चा“ की। परीक्षा पे चर्चा के सांतवे संस्करण में सोमवार को प्रधानमंत्री श्री मोदी देश की राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से पूरे देश के विद्यार्थियों से जुड़े।
अम्बिकापुर के मल्टीपरपज विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से बड़ी संख्या में जिले के विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावक जुड़े। इस दौरान सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेन्द्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर विलास भोस्कर, लोक शिक्षण संस्थान के संयुक्त संचालक श्री हेमन्त उपाध्याय, जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे, जनप्रतिनिधियों में विश्वविजय तोमर, रमेश जायसवाल सहित स्थानीय जनप्रतिधि, जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के बाद संभागायुक्त, आईजी एवं कलेक्टर ने भी बच्चों का हौसला बढ़ाया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि आज प्रधानमंत्री द्वारा परीक्षा को उत्सव के रूप में मनाने के लिए बच्चों से संवाद किया गया और आज जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित में 10वीं, 12वीं के बच्चों ने एकत्रित होकर प्रधानमंत्री श्री मोदी का संवाद सुना है और पूरा विश्वास है कि तनावमुक्त होकर परीक्षा देंगे और अच्छा रिजल्ट आएगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छात्रों के साथ बातचीत कर और उन्हें परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव से मुक्त रहने के टिप्स दिए। देशभर के विभिन्न राज्यों से जुड़े विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों द्वारा परीक्षा के दौरान होने वाली समस्याओं, कठिनाइयों के सम्बंध में प्रधानमंत्री मोदी से कई सवाल किए गए, उन्होंने सहजता के साथ सवालों के जवाब देते हुए सकारात्मक ऊर्जा के साथ निश्चिन्त होकर तनावमुक्त रहकर परीक्षा में शामिल होने के उपाय बताए। इस दौरान कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में अपने पास छत्तीसगढ़ के सुकमा के सरस्वती शिशु मंदिर की कक्षा 9वी की छात्रा उमेश्वरी ओटी को बैठाया। इस दौरान कांकेर जिले के ग्राम करप स्थित पीएम श्री नवोदय विद्यालय कांकेर के छात्र तैफुर्रहमान ने प्रधानमंत्री से परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को तनावमुक्त होने के संबंध में प्रश्न किया था, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उत्तम सुझाव देश भर के विद्यार्थियों को दिए।
प्रधानमंत्री ने परीक्षा पे चर्चा 2024 के दौरान छात्राओं शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बच्चों को परीक्षा के दौरान तनाव को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना होगा। इसमें अभिभावकों, शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है, तनाव के कारणों की पहचान कर उसे सुलझाने का प्रयत्न करें।
उन्होंने कहा कि छात्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव हो, आपस मे स्पर्धा को प्रेरणा की तरह लें, दोस्तों की सफलता से सीखने का प्रयास करें।उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने दायित्वों को समझें, अपने कार्य को केवल नौकरी ना समझें, आपका कार्य जिंदगी सँवारना है और यही कार्य परिवर्तन लाने का माध्यम है। माता-पिता को अपने बच्चों के रिपोर्ट कार्ड को उनका विजिटिंग कार्ड नहीं बनाना चाहिए। छात्रों और शिक्षकों के बीच का बंधन पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या से परे होना चाहिए। अपने बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंद्विता के बीज कभी न बोएं। बल्कि भाई-बहनों को एक-दूसरे के लिए प्रेरणा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में होने वाले तनाव से बचने के लिए निश्चिंत होकर परीक्षा देने जाएं, परीक्षा के पहले निरन्तर लिखने का अभ्यास करते रहें, जिससे परीक्षा हॉल में तनाव दूर हो, स्वयं पर भरोसा रखें। उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना आवश्यक है। पढ़ाई और स्वास्थ्य दोनों में सामंजस्य के लिए संतुलन बनाए रखने के व्यायाम, संतुलित भोजन और भरपूर नींद लें। अपने सभी कार्यों और अध्ययन में प्रतिबद्ध और निर्णायक बनने का प्रयास करें। सोशल मीडिया के इस युग में बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है, परन्तु इससे दूर रहना कोई उपाय नहीं है, दूर रहने के बजाए विवेकपूर्ण उपयोग पर ध्यान दे। जीवन में चुनौतियाँ आती रहेंगी और आपको उन चुनौतियों को चुनौती देनी होगी। हर परिस्थिति ने निपटने तैयार रहें, अगर समस्या है तो उसका समाधान भी है। स्वयं के सामर्थ्य को पहचान कर उसका सही उपयोग करें। उन्होंने अंत में बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े आपको अच्छा परिणाम प्राप्त होगा।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों ने उत्साहपूर्वक उत्सुकता के साथ सुना प्रधानमंत्री मोदी के उपायों को
जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों ने उत्साहपूर्वक बड़ी ही उत्सुकता के साथ प्रधानमंत्री के उपायों को सुना। मल्टीपरपज विद्यालय की कक्षा 10वी की छात्रा मनीषा त्रिपाठी ने बताया कि आज परिक्षा पे चर्चा में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बच्चों से बात कर उन्हें परीक्षा के तनाव से मुक्त होने के सुझाव दिए। परीक्षा के समय होने वाले पारिवारिक दबाव, सामाजिक दबाव सभी का सामना बच्चों को करना पड़ता है, जिसके सम्बन्ध में प्रधानमंत्री जी ने आज हमें बताया, यह हमारे लिए काफी फायदेमंद होगा। इसी प्रकार कक्षा 12वी के छात्र मुकेश राजवाड़े ने बताया कि बोर्ड परीक्षा को लेकर हमारे मन में कई सवाल थे, आज प्रधानमंत्री जी ने उनका समाधान करने के उपाय बताया है, उन्होंने परीक्षा पे चर्चा के माध्यम से हमारे बहुत से सवालों के जवाब आसान तरीके से दिए हैं। परीक्षा के पूर्व से ही दबाव उत्पन्न हो जाता है, जिससे बाहर आना बहुत आवश्यक है, पढ़ाई करके टाइम मैनेज करके हम प्रेशर कम करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने तनाव मुक्ति के लिए अभिभावकों, शिक्षकों की भूमिका से भी अवगत कराया। उनसे जो प्रेरणा मिली है उनके द्वारा बताए गए उपाय का हम अनुसरण करेंगे और अवश्य सफल होंगे।