अम्बिकापुर: गंगापुर निवासी उमाशंकर सरकार को तब आश्चर्य हुआ जब तीन दिन बाद ही मितान दुबारा आया और निवास प्रमाण पत्र की प्रति हाथ मे सौंपा। प्रमाण पत्र हाथो में देखकर आश्चर्य मिश्रित खुशी से मितान को बोला-भई वाकई आप लोग तो घर पहुंच सेवा का लाभ दे रहे हैं। दरअसल बीते 1 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री मितान योजना की शुरुआत की है जिसमें मितान के माध्यम से कई प्रकार के प्रमाण पत्र घर पहुंचाकर दिया जाएगा। योजना फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में ही संचालित हो रही है। अम्बिकापुर नगर निगम में 4 मितान एवं एक सुपरवाइजर नियुक्त हैं। अब तक मितानों द्वारा 36 प्रमाण पत्र हितग्राहियों के घर पहुंचाकर दिया गया है।
उमाशंकर ने बताया कि निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी कई बार बनवाने का प्रयास किया लेकिन नहीं बन पाया था। मुख्यमंत्री मितान योजना के बारे में पता चला तो धरातल पर योजना की हकीकत जानने के लिए दिए गए टोल फ्री नंबर 14545 पर कॉल किया। सेंटर से रिस्पांस आया कि किस से सेवा का लाभ लेना चाहते है, मैने कहा निवास प्रमाण पत्र बनवाना है। उन्होंने कुछ जरूरी दस्तावेज तैयार रखने की समझाइश देते हुए कुछ देर में घर पर मितान पहुंचने की बात कही। इसके कुछ घण्टे बाद घर पर एक युवक आया जो अपना परिचय मितान के रूप में दिया और कॉल का रिफरेंस बताया। मितान ने निवास प्रमाण पत्र के लिए जरूरी दस्तावेजों की कॉपी और 50 रुपये शुल्क देने कहा। उमा ने मितान से पूछा कि प्रमाण पत्र के लिए कहीं जाना तो नहीं पड़ेगा। इस पर मितान ने दो से तीन दिन में स्वयं प्रमाण पत्र पहुंचाकर देने की बात कहते हुए चला गया। तीन दिन बाद वही मितान घर आया और मेरे हाथ मे निवास प्रमाण पत्र थमाते हुए कहा-देखिए यहीं प्रमाण पत्र चाहिए था न।
उमाशंकर ने कहा कि मुख्यमंत्री मितान योजना का उद्देश्य बहुत साफ है। लोगों को दफ्तरों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी। लोगों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। इससे हितग्राहियों को लाभ मिलने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है।