अंबिकापुर: जिला पंचायत सीईओ और प्रभारी कलेक्टर विनय कुमार लंगेह एवं वनमंडलाधिकारी पंकज कमल उदयपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महत्वपूर्ण हथफोड़ नाला में निर्मित स्टाप डैम, केवीएस, गैबीयन स्ट्रक्चर एवं अन्य जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया जहां उन्होंने अधिकारियों को बेहतर तरीके से काम करने के निर्देश देने के साथ ही जल संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना भी की हम आपको बता दें कि हथफोड़ नाला 9 किलो मीटर लंबा है जिसका केचमेंट एरिया 1009 हेक्टेयर है इस नाले को नरवा के रूप में विकसित करने से पूटा ग्राम पंचायत व उसके आसपास के गांव सीधी रूप से लाभान्वित हों रहे हैं साथ ही ग्रामीण इस नरवा का उपयोग सिंचाई बागवानी और मछली पालन के लिए कर रहे हैं।
दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी अंतर्गत नरवा को संरक्षित करने का बेहतर प्रयास किया जा रहा है इसका मकसद यही है कि बेहतर तरीके से जल स्रोतों का संरक्षण किया जाए ताकि आने वाले समय में गिरते जल स्तर के संकट को कम किया जा सके इसी के तहत उदयपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत नरवा विकास के तहत नाला को संरक्षित किया जा रहा है यहां जल संरक्षण के लिए अलग-अलग संरचनाओं का निर्माण तो किया ही गया है साथ ही साथ जहां बारिश का पानी बेहतर तरीके से रुक सके इसके लिए भी प्रयास किए गए हैं बरसात का मौसम शुरू होने वाला है ऐसे में नरवा में किस तरह के कार्य हुए हैं और इसका कितना फायदा किसानों को मिलेगा इसे लेकर प्रभारी कलेक्टर ने आज दौरा किया इस दौरान डीएफओ पंकज कमल उप वन मंडल अधिकारी विजेंद्र सिंह ठाकुर वन परिक्षेत्र अधिकारी सूर्यकांत समय लखनपुर और उदयपुर के 1 स्टाफ मौजूद रहे यहा किए गए कार्यों को जिला पंचायत सीईओ ने जहां सराहा वहीं इसी तरीके की योजना के तहत अन्य नरवा को संरक्षित करने के निर्देश दिए हम आपको बता दें कि नरवा योजना के जरिए किसानों को बेहतर पानी मिल सकेगा और इससे किसानों को बेहतर फायदा होगा खेती में जहां इसका फायदा दिख सकेगा तो वहीं मवेशियों को भी पानी उपलब्ध हो सकेगा ऐसे में सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने के लिए पूरा प्रशासनिक महकमा लगा हुआ है