जशपुर: जशपुर जिले में पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई के तहत 13 मवेशी वाहनों को जब्त किया गया है। इन वाहनों का इस्तेमाल अवैध रूप से मवेशियों को बूचड़खाना ले जाने के लिए किया जा रहा था। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ कृषक पशु परीक्षण अधिनियम 2004 के तहत की गई है, जो गौ तस्करों के खिलाफ एक सख्त कदम है।
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में जनवरी 2024 से अब तक 36 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिसमें 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 431 गौवंशों को तस्करी से बचाया गया है। तस्करी में उपयोग किए गए कुल 26 वाहनों को जब्त किया गया है, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 2 से 2.5 करोड़ रुपये है। इनमें से अधिकांश वाहन झारखंड के रजिस्ट्रेशन वाले पाए गए हैं।
विशेष रूप से ऑपरेशन शंखनाद के दौरान, पुलिस ने 10 तस्करों को गिरफ्तार किया और 67 गौवंशों को मुक्त कराया। इन वाहनों को राजसात कर उनकी नीलामी से प्राप्त राशि को शासकीय खजाने में जमा कराने का आदेश दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों और चौकियों को निर्देश दिया है कि अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखें। इसके प्रभाव से कई फरार गौ तस्कर स्वयं न्यायालय में समर्पण कर चुके हैं, और आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।