बलरामपुर: वर्षा ऋतु के आते ही मच्छरों, सर्प दंश, कीड़े मकोडे़ का प्रकोप बढ़ जाता है। जिससे ग्रामीण अंचलों में इन प्रकोप के सुरक्षा के उपाय अपनाते हेतु कलेक्टर कुन्दन कुुमार ने एक छोटी सी परन्तु महत्वपूर्ण पहल करने हेतु बिहान योजना के दीदियों पर विश्वास जताया और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक को मच्छरदानी का प्रयोग और फायदे समझाने के लिए निर्देशित किया।
जिला स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीता यादव की अध्यक्षता में सभी संकुल के पीआरपी की बैठक आयोजित कर ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरदानी का उपयोग के बारे में प्रचार-प्रसार करने की बात कही। उन्होंने सुदूर वनांचल गांव के समूहों को लक्ष्य बनाकर समुहों में मच्छरदानी का उपयोग विषय पर चर्चा करने को कहा और मच्छरों, सर्प दंश, कीड़े मकोड़े, का प्रकोप से रात्रि कालीन मच्छरदानी का उपयोग करने से सार्थक होगा। स्वयं को और अपने परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए सतर्कता ही सर्वश्रेठ उपाय है। मच्छरदानी प्रायः मच्छरों के साथ-साथ बरसात में कीड़े-मकोड़ों को भी बिस्तर में प्रवेश होने से बचाव करता है। मलेरिया जैसे गंभीर बीमारी से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग सबसे सार्थक है। बिहान की दीदियां घर के आसपास पानी जमाव न होने, साप्ताहिक घर की सफाई करने, पानी को उबाल कर पीने की सलाह दे रही है ताकि बीमारियों से बचा जा सके।
कलेक्टर कुन्दन कुमार ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य विभाग एवं जनपद पंचायतों को निर्देशित किया है कि सभी सामुदायिक नल कुपों, कुआं, तालाब, ढ़ोढ़ी के लिए ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों एवं समूह की महिलाओं को क्लोरिन टैबलेट वं ब्लीचिंग पाउडर आवश्यकतानुसार प्रदाय करना सुनिश्चित करें। इस महाअभियान में स्व-सहायता समूह की महिलाएं 587 ग्राम संगठनों में आपात बैठक का आह्वान कर सभी सदस्यों के घर मच्छरदानी उपयोग एवं पानी को उबाल कर पीने के बारे में जानकारी दी।