रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले BJP की ताजा पॉलिटिकल स्ट्राइक कांकेर, धरसींवा, रायपुर और गरियाबंद इलाके में हुई है। 400 से ज्यादा लोगों ने BJP जॉइन की है। पिछले एक सप्ताह में 1 हजार से अधिक लोगों ने बीजेपी की सदस्यता ली। पिछले सप्ताह एक्टर अनुज शर्मा के साथ कई लोग भाजपा में शामिल हुए थे।
पॉलिटिकल स्ट्राइक के तहत सोमवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में कांकेर से आए 377 आदिवासियों ने एक साथ भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली। इनमें पृथ्वीराज निर्मल भी शामिल थे। जो रिटायर्ड एसडीएम हैं। कांकेर की तीनों विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास हैं। बावजूद इसके अलग-अलग गांवों से आदिवासी समाज के नेता और लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
भाजपा में शामिल होने वाले आदिवासी समाज के प्रमुखों में गोंडवाना गोंड महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री विकेश कुमार हेजामी, गोंडवाना समाज युवा प्रभाग के संरक्षक भूपेंद्र दर्रो, सर्व आदिवासी समाज के युवा ब्लॉक उपाध्यक्ष चंद्रशेखर मंडावी, गोंडवाना समाज के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश मंडावी, जितेंद्र मरकाम और गोंडवाना समाज के क्षेत्रीय अध्यक्ष विष्णु कावड़े का नाम शामिल है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता के नेतृत्व में वैश्य समाज के 40 से ज्यादा पदाधिकारियों ने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली। रायपुर के प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्रों में इन कारोबारियों का प्रभाव है। सभी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामों को देखते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।
धरसीवा विधानसभा भी कांग्रेस के पास है। यहां से भी बड़ी तादाद में खौमा गांव में ग्रामीणों ने भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गणेश शंकर मिश्रा के सामने भगवा गमछा पहनकर भाजपा में प्रवेश किया। भाजपा में आए लोग खोना , कोदवा , जांजगीरा, अमलीतालाब , सोनतरा , मढी, खपरी, पवनी, टोर, बरतोरी , बंगाली, मुरा, धनसूली , कर्रा जैसे गांवों से थे।
गरियाबंद इलाके से 50 से अधिक साहू समाज के लोगों ने भी भाजपा में प्रवेश किया। ग्रामीणों को गमछा पहनाकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, रायपुर के सांसद सुनील सोनी, विधायक बृजमोहन अग्रवाल और प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूण्त ने सदस्यता दिलाई। जल्द ही आदिवासी इलाकों में भाजपा पुरखा सम्मान यात्रा भी करने जा रही है। इसमें आदिवासी शहीदों जैसे गुंडाधुर, वीरनारायण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र की योजनाओं के प्रचार की रणनीति बनाई गई है।